लखनऊ (ब्यूरो)। लगातार बढ़ रहे तापमान की वजह से बिजली की डिमांड में भी इजाफा देखने को मिला है। पिछले तीन सालों की बात करें तो इस साल बिजली की डिमांड के सभी रिकॉर्ड टूट गए हैैं। इस साल मई माह में बिजली की डिमांड 1819 मेगावाट पहुंच गई है, जो पिछले साल एक हजार मेगावाट के आसपास थी। अगर इसी तरह तापमान में बढ़ोत्तरी रही तो जल्द ही बिजली डिमांड का आंकड़ा दो हजार मेगावाट के पार पहुंच जाएगा।
सबसे कम डिमांड थी मई 2021 में
हर साल मई माह में बिजली की डिमांड बढ़ जाती है। इसकी वजह भी साफ है कि इसी महीने तापमान में भी खासी बढ़ोत्तरी देखने को मिलती है। अगर चार सालों की बात करें तो सबसे कम बिजली की डिमांड मई 2021 में थी। उस दौरान डिमांड का आंकड़ा 939.23 मेगावाट दर्ज किया गया था। यह आंकड़ा मई के अंतिम सप्ताह में दर्ज हुआ था। जबकि इस साल मई के अंतिम सप्ताह में बिजली डिमांड का आंकड़ा दो हजार मेगावाट के करीब पहुंच गया है।
मई के अंतिम सप्ताह में डिमांड
वर्ष डिमांड (मेगावाट)
2021 939.23
2022 1293.58
2023 1029.91
2024 1819.10
एरियावाइज लोडिंग परसेंटेज
एरिया लोड परसेंटेज
सरोजनीनगर 69
चिनहट 86
कुर्सी रोड 62.44
बीकेटी 31.48
गोमतीनगर 84.33
हरदोई रोड 90.83
कानपुर रोड 66.33
हनुमान सेतु 54.67
खुर्रमनगर 78.45
इंदिरानगर 77.86
एसजीपीजीआई 44.68
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1688.93 मेगावाट लोड दर्ज हुआ था 13 जून 2023 को
1644.84 मेगावाट लोड दर्ज हुआ था 14 जून 2022 को
1819 मेगावाट लोड दर्ज हुआ इस साल 27 मई तक
बिजली चोर बन रहे मुसीबत
एक तरफ बिजली की डिमांड बढ़ रही है, वहीं दूसरी तरफ बिजली चोरों ने भी आम उपभोक्ताओं के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। मध्यांचल की ओर से कराई जा रही कांबिंग में यह बात साफ हो गई है कि कई इलाकों में रात के वक्त जमकर कटिया लगाई जा रही है और एसी का संचालन किया जा रहा है। इसकी वजह से भी ट्रांसफॉर्मर्स पर लोड पड़ रहा है और वो फुंक रहे हैैं। अभी तक 100 से अधिक ट्रांसफॉर्मर्स फुंक चुके हैैं, इनमें से 80 से अधिक को रिप्लेस कर दिया गया है।
लोड पर रखी जा रही नजर
मध्यांचल प्रशासन की ओर से अब रात के वक्त सभी सबस्टेशनों में लोड का इवैलुएशन किया जा रहा है। यह भी देखा जा रहा है कि किस वजह से और किस सबस्टेशन पर अचानक से लोड बढ़ रहा है। मध्यांचल प्रशासन की ओर से अब रात के वक्त बिजली चोरी प्रभावित एरियाज में कांबिंग भी शुरू करा दी गई है। अभी तक दर्जनों बिजली चोरों के खिलाफ एक्शन भी लिया गया है।
ट्रॉली ट्रांसफॉर्मर लगाए जा रहे
बिजली लोड की वजह से जिन एरियाज में ट्रांसफॉर्मर फुंक रहे हैैं, वहां पर ट्रॉली ट्रांसफॉर्मर लगाकर बिजली की सप्लाई की जा रही है। यही कदम चंदन नगर बिजली उपकेंद्र के अंतर्गत उठाया गया। यहां रेल नगर एरिया की बिजली आपूर्ति सुबह 3.30 बजे बाधित हुई थी। जिसे सुबह 6.30 बजे ट्रॉली ट्रांसफॉर्मर लगाकर बिजली सप्लाई सुचारू की गई। वहीं मध्यांचल के अधिकारियों की ओर से 33/11 राजाजीपुरम ओल्ड सबस्टेशन का भी निरीक्षण किया गया। दरअसल, इस एरिया में सबसे अधिक बिजली संकट संबंधी कंपलेन आ रही हैैं।
लो वोल्टेज पर भी फोकस
बिजली की डिमांड बढ़ने के कारण उतरेठिया समेत कई इलाकों में लो वोल्टेज की भी समस्या सामने आई है। इसे देखते हुए लो वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए भी अलग से टीमें लगाई गई हैैं। हाई पावर वाले ट्रांसफॉर्मर लगने से लो वोल्टेज की समस्या भी दूर हो जाएगी।
जब 80 साल का बुजुर्ग रोड पर लेट गया
बिजली संकट से परेशान 80 वर्षीय राजेंद्र कुमार गुप्ता अप्ट्रान उपखंड कार्यालय के सामने रोड पर लेट गए। उनके हाथ में दवा का झोला था। उनका कहना था कि जब तक बिजली नहीं आएगी, वह नहीं उठेंगे। सूचना मिलते ही उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा मौके पर पहुंचे और पीड़ित उपभोक्ता से जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने बिजली आपूर्ति बहाल कराई, तब उपभोक्ता माना और उन्हें एसडीओ की गाड़ी से घर भिजवाया।