लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में करीब दो साल बाद ईदगाह और तमाम मस्जिदों में शुक्रवार को बड़ी अकीदत के साथ अलविदा की नमाज शांतिपूर्ण माहौल में अदा की गई। आसिफी मस्जिद, टीले वाली मस्जिद और ईदगाह ऐशबाग समेत अन्य जगहों पर अलविदा की नमाज पढ़कर आपसी भाई-चारे की नजीर पेश की गई। प्रशासन की तरफ से कड़ी सुरक्षा के इंतजाम भी किए गए थे।
अमन-चैन को लेकर हुई दुआ
अलविदा की नमाज से पहले इमाम ईदगाह व काजी-ए-शहर लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने नमाजियों को संबोधित करते हुए कहा कि खुदा पाक की यह बहुत बड़ी मेहरबानी है कि उसने हम सब को रमजान के रोजे रखने और तरावीह पढऩे की तौफीक दी। इस मुबारक महीने के जो कुछ दिन बाकी रह गये हैं, वे बहुत फजीलत के हैं। इन मुबारक दिनों में हम को अधिक से अधिक इबादत करके खुदा की रजा प्राप्त करना चाहिए, ताकि हम सवाब के हकदार बन सकें। मौलाना ने किब्ला-ए-अव्वल और बैतुल मुकद्दस की वापसी और पूरी दुनिया के मुसलमानों की जान व माल, इज्जत व आबरू की सुरक्षा और उनकी प्रगति सुख समृद्धि की विशेष दुआयें कीं। मौलाना ने सख्त गर्मी में कमी के लिए खुदा पाक के हुजूर में दुआ की।
सदका और खैरात करें
मौलाना ने खुशहाल मुसलमानों पर जोर दिया कि वे रमजान उल मुबारक जैसे पवित्र माह में नेकियों के मौसम में खूब सदका और खैरात करें। साहब-ए-निसाब हजरात अपने धन की जकात अदा करें। ईद की नमाज से पहले फित्र अवश्य अदा करें। दारूल इफ्ता फरंगी महल ने इस साल 50 रुपये प्रति व्यक्ति फित्रा (गेहूूं के एतिबार से) घोषित किया है।
खुशियों में शामिल करता है रमजान
दूसरी ओर जामा मस्जिद जामिया बहरुल उलूम फिरंगी महल में अलविदा जुमा के मौके पर मुफ्ती अबुल इरफान मियां फिरंगी महली काजी शहर लखनऊ ने कहा कि जुमे का दिन तमाम दिनों का सरदार है। क्योंकि जब हजरत आदम को पैदा किया गया तो वह जुमे का दिन था और जब दुनिया खत्म होगी तो वो भी जुमा का दिन ही होगा। हुजूर पाक ने अपनी उम्मत को हिदायत दी कि जुमा के दिन ज्यादा से ज्यादा दुरुद-ओ-सलाम भेजा जाए।
मुल्क की तरक्की की मांगी दुआ
मुफ्ती इरफान मियां ने कहा कि सभी लोग आपस में भाईचारे के साथ रहें। देश में अमन चैन कायम रहे। लोग मुबारक माह में गलतियों से तौबा करें। यह त्योहार सभी को खुशियों में शामिल करने का मौका देता है। उन्होंने आवाम से अपील करते हुए कहा कि हम सबका फर्ज है अपने इलाकों में माहौल को खुशनुमा बनाए रखें। किसी भी असामाजिक तत्व या ऐसी घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दें। इस दौरान मुल्क और मिल्लत की तरक्की, मुल्क में अमन आमान, वबाओं से निजात और मिल्लत इस्लामिया की हिफाजत के लिए खूसूसी दुआएं की गईं।