तीन दिन में दूसरी बार एक्सीडेंट का शिकार हुई यह ट्रेन
शुक्र है कि टल गया बड़ा हादसा
बाराबंकी गोंडा मार्ग पर मानव रहित क्रांसिंग पर ट्रक से हुई जोरदार भिड़ंत
इससे पहले आलमनगर स्टेशन पर सांडो की लड़ाई में पटरी से उतर गया था एसएलआर कोच
LUCKNOW: इसे कुदरत की मार कहे या फिर कुछ और। तीन दिन में दूसरी बार अवध-असोम एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई। शुक्र है कि दूसरी बार भी बड़ा ट्रेन हादसा होने से टल गया। थर्सडे को अवध असोम एक्सप्रेस एक मानवरहित क्रासिंग पर ट्रक से जा भिड़ी और इंजन पटरी से उतर गया। इस हादसे में रेलवे पैसेंजर्स को मामूली चोटे ही आई है। जबकि बीते मंगलवार को दो सांडो की आपस की लड़ाई में इसी ट्रेन का एक कोच रेलवे ट्रैक से नीचे उतर गया था। लेकिन इसमें भी पैसेंजर्स को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ।
बाराबंकी-गोंडा रेलमार्ग पर स्थित नहामऊ मानव विहीन रेलवे क्रा¨सग पर थर्सडे को तिनसुकिया (डिब्रूगढ़) से लालगढ़ (बीकानेर) जा रही गाड़ी संख्या 15909 अवध असाम एक्सप्रेस और ट्रक में जोरदार भिड़ंत हुई। ट्रेन की जोरदार टक्कर से ट्रक के परखच्चे उड़ गए। चालक की मौके पर ही मौत हो गई। सिर्फ ट्रक ही नहीं इस घटना में असोम अवध का इंजन भी पटरी से उतर गया। इस एक्सीडेंट में कुछ पैसेंजर्स को चोटे आई हैं। दुर्घटना के तीन घंटे बाद दूसरा इंजन मंगाकर ट्रेन को रवाना किया जा सका। बताया जाता है कि मसौली थाना क्षेत्र के देवकहा निवासी राजकिशोर यादव (50) पुत्र रामरतन यादव टिकैतगंज निवासी इरशाद अली की ट्रक को लेकर अपने गांव की ओर जा रहा था। ट्रक जैसे ही मानव विहीन क्रा¨सग पर पहुंचा गोंडा की ओर से आ रही अवध आसोम एक्सप्रेस की चपेट में आ गया और ट्रक के परखच्चे उड़ गए। इस एक्सीडेंट में चालक राजकिशोर की दर्दनाक मौत हो गई जबकि ट्रेन में सफर कर रहे मेरठ के सरथरा निवासी जावेद और गौहाटी से दिल्ली की ओर जा रहे रामसिंह पुत्र रघुवीर और एक अन्य विकलांग युवक का सिर फट गया। घटना के बाद सैकड़ों ट्रेन यात्री ट्रेन छोड़कर भाग खड़े हुए। दुर्घटना इतनी जबरदस्त थी कि ट्रक के टुकडे़ दूर-दूर तक बिखर गए तथा उसका इंजन एक किलोमीटर तक घिसटता हुआ चला गया।
घटना की सूचना पाकर बुढ़वल के आरपीएफ व जीआरपी के जवान व रेल अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जेसीबी मशीन की मदद से ट्रेन के इंजन में फंसे ट्रक के चेचिस को निकालने की कोशिश की जा रही थी। हालांकि तीन घंटे बीत जाने के बाद भी यह कोशिश सफल नहीं हो सकी। इंजन को छोड़कर ट्रेन के सारे डिब्बे गोंडा से डीजल इंजन मंगाकर रवाना किए गए। दुर्घटना से रेलवे की विद्युत लाइन भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई । मौके पर पहुंचे पूर्वोत्तर रेलवे के डीआरएम अनूप कुमार ने बताया कि डाउन लाइन खोल दी गई है। उन्होने किसी रेलयात्री के घायल होने से इंकार किया।
- बदला रूट, ट्रेने रद्द
ट्रेन के इंजन के पटरी से उतर जाने के बाद इस रेलखंड से संचालित होने वाली दर्जनों ट्रेनों का संचालन प्रभावित हो गया। इसके चलते राजधानी की ओर आने वाली ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन कर संचालित किया गया। इसके अलावा ट्रेन संख्या 22684 लखनऊ यशवंतपुर एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या 11016 कुशीनगर एक्सप्रेस, ट्रेन संख्या 54284 लखनऊ सुल्तानपुर मेमो और ट्रेन संख्या 12511 राप्तीसागर एक्सप्रेस, 11408 लखनऊ जंक्शन पुणे एक्सप्रेस और ट्रेन संख्या 16094 लखनऊ जंक्शन से चेन्नई सेंट्रल आदि ट्रेनों का संचालन निरस्त किया गया।
रेलवे प्रशासन के अनुसार बाराबंकी से गोरखपुर, बुढ़वल और बरौनी तक का रेल ट्रैक 110 की स्पीड के लिए उपयुक्त माना जाता है। जबकि इसी रेलट्रैक पर मानवरहित रेलवे क्रासिंग बहुत है। जिस पर डीआरएम ने कई बार ट्रेनों को इन समपार फाटकों पर गाडि़यों को धीमी गति से निकालने के आदेश जारी किए थे। ट्रेन को और जनसामान्य को किसी भी आपत्तिजनक स्थिति में आने से बचाया जा सके। लेकिन रेल ड्राइवर अपनी मनमर्जी के चलते इन ट्रैकों पर अंधाधुंध गाड़ी को चलाते चले आते है। ऐसा पहला बार नहीं हुआ है। अधिकांश तौर पर कोई न कोई गाड़ी, जानवर या आम आदमी इन ट्रेनों की चपेट में आ ही जाता है। पर फिर भी इन मानवरहित रेलवे क्रासिंग पर ट्रेनों के ड्राइवरों द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। इसके अतिरिक्त इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार रेल प्रशासन को लगातार सूचनाओं के माध्यम से भी अवगत कराया जाता रहा है कि इन क्रॉसिंग पर जनसामान्य को अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रेल प्रशासन भी इन मानवरहित क्रासिंग पर जिनके पास में गांवों का बसेरा है उन क्रासिंग को अनमैन्ड रख ही ट्रेनों का संचालन करता चला आ रहा है।
बीते मंगलवार को आलमनगर रेलवे स्टेशन पर असोम अवध एक्सप्रेस (15910) का एसएलआर कोच पटरी से उतर गया था। बताते चले कि दो सांडो की लड़ाई में यह हादसा हुआ। आलमनगर स्टेशन से जब यह ट्रेन धीमी स्पीड में आगे बढ़ रही थी तभी एक सांड ट्रेन के पिछले हिस्से में गार्ड ब्रेक के बगल में स्थित एसएलआर कोच से जा टकराया। यह टक्कर इतनी भीषण थी कि एसएलआर कोच पटरी से उतर गया था। शुक्र है इस हादसे में भी लोगों को अधिक चोटे नहीं आई।