लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए की बोर्ड बैठक में एक बड़ा फैसला लिया गया है। यह फैसला सहारा से 100 एकड़ जमीन वापस लेने से जुड़ा है। बैठक में आए प्रस्ताव को हरी झंडी मिलने के बाद यह साफ हो गया है कि एलडीए की ओर से करीब 29 साल बाद सहारा से अपनी 100 एकड़ जमीन वापस ली जाएगी। इसके बाद यहां ग्रीन एरिया डेवलप किया जाएगा। वर्तमान समय में इस जमीन के बड़े हिस्से पर अवैध कब्जे हैैं, जिन्हें ध्वस्त किया जाएगा। हालांकि, इससे पहले एलडीए की ओर से सहारा को जमीन वापसी संबंधी नोटिस भी दी जाएगी।
ग्रीनलैैंड नहीं बसाया
28 फरवरी 1995 में सहारा को यह जमीन लीज पर दी गई थी। इस जमीन का इस्तेमाल ग्रीन बेल्ट के रूप में किया जाना था। यहां पर ग्रीन बेल्ट के साथ-साथ जॉगिंग ट्रैक इत्यादि भी बनाया जाना था, लेकिन इस दिशा में एक भी कदम नहीं उठाया गया। इतना ही नहीं, इस जमीन के बड़े हिस्से पर कबाड़ की दुुकानें खुल गईं और झुग्गी झोपड़ी भी स्थापित हो गईं, जिसके बाद ही एलडीए की ओर से अपनी जमीन वापस लेने का फैसला लिया गया है।
29 साल बाद भी कुछ नहीं किया
एलडीए प्रशासन का कहना है कि शर्तों के मुताबिक ग्रीन बेल्ट को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है। जबकि यह स्पष्ट था कि 30-30 साल में लाइसेंस रेन्यूवल संबंधी कदम उठाया जाएगा। चूंकि अब रेन्यूवल की समयावधि आ गई है, ऐसे में अब एलडीए की ओर से अपनी जमीन वापस ली जाएगी। इसके बाद यहां पर एलडीए की ओर से वृहद स्तर पर पौधरोपण कराया जाएगा। इसका फायदा पर्यावरण को मिलेगा और इस एरिया की हवा भी खासी शुद्ध होगी।
सहारा को लीज पर दी गई जमीन को वापस लेने की तैयारी तेज कर दी गई है। बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पास होने के बाद 100 एकड़ जमीन वापस ली जाएगी और अवैध कब्जे हटाकर वहां पर ग्रीन एरिया डेवलप किया जाएगा। जिसका फायदा पब्लिक को शुद्ध हवा के रूप में मिलेगा।
डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए