लखनऊ (ब्यूरो)। अब आप भी फिल्मी सितारों की तरह सफेद और चमकदार दांत और स्माइल पा सकेंगे। इसके लिए आपको अधिक खर्च भी नहीं करना पड़ेगा। जल्द ही केजीएमयू में एस्थेटिक डेंटिस्ट्री एंड स्माइल डिजाइन क्लीनिक की शुरुआत की जाएगी। जिसके तहत दांतों में हुए नुकसान को दांतों के ही रंग और आकार में दोबारा स्थापित किया जा सकेगा।

मिलेगी मनचाही मुस्कान

केजीएमयू में डेंटल विंग के कंजरवेटिव डेंटिस्ट्री एंड एंडोडोंटिक्स विभाग में शुक्रवार को दांतों के रंग, रूप और आकृति को बेहतर बनाने की तकनीक पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। विभागाध्यक्ष डॉ। एपी टिक्कू ने बताया कि कास्मेटिक और एस्थेटिक डेंटिस्ट्री की कई तकनीकों से दांतो के रंग, आकार और रूप को बेहतर किया जा सकता है। इसका एक सेंटर केजीएमयू में बनाया जाएगा। जिसमें दांतों का रंग, टूट-फूट या फिर किसी अन्य समस्या में यह तकनीक काम कर सकती है। अब तक यह महंगी तकनीक हाई क्लास या सिनेमा से जुड़े व्यक्तियों तक ही सीमित थी। जल्द ही कास्मेटिक और एस्थेटिक डेंटिस्ट्री सेंटर की शुरुआत की जाएगी।

प्रदेश का पहला सेंटर होगा

वीसी डॉ। बिपिन पुरी ने कहा कि हमारे पास इस सेंटर का प्रस्ताव आया है। इसमें प्रयुक्त होने वाली कैड-कैम मशीन की कीमत एक करोड़ रुपये है। इसे जल्द ही विभाग को मुहैया कराया जाएगा। वहीं, प्रो। एपी टिक्कू ने बताया कि केजीएमयू में खुलने वाला यह प्रदेश का पहला सेंटर होगा जिसमें थ्रीडी के जरिए चेहरा और दांतो के साथ नई मुस्कुराहट को डिजाइन किया जाएगा। जिससे मरीज होने वाले बदलावों को पहले ही देख सकेगा। निजी संस्थानों में मरीजों को इसके लिए करीब 3-5 लाख तक खर्च करने पड़ते है। लेकिन, केजीएमयू में यह सुविधा करीब 10 फीसदी खर्च पर ही उपलब्ध हो सकेगी।