- कोविड का एक भी मरीज न होने के कारण सीएमओ ने लिया फैसला
LUCKNOW:
राजधानी में कोरोना मरीजों के लिए करीब 75 कोविड अस्पताल संचालित हो रहे थे। लेकिन, लंबे समय के बाद भी एक भी कोविड केसेस न होने के बाद राजधानी के 40 कोविड अस्पतालों को कुछ शर्तो के साथनॉन-कोविड में बदल दिया गया है। जिसमें लेवल 1, 2 और 3 दोनों अस्पताल शामिल हैं।
40 हॉस्पिटल हुए नॉन-कोविड
सीएमओ डॉ। संजय भटनागर ने बताया कि राजधानी के 40 कोविड अस्पतालों को नॉन-कोविड में बदल दिया गया है। इनके यहां पर एक भी कोविड का मरीज भर्ती नहीं है। हालांकि इनको सशर्त नॉन-कोविड में बदला गया है। यानि एपेडेमिक एक्ट के तहत जरूरत पड़ने पर इनका दोबारा अधिग्रहण किया जा सकता है। और जरूरत पर इनको दोबारा कोविड अस्पताल में बदल दिया जायेगा। अब राजधानी में महज 35 ही कोविड अस्पताल रह गए है।
यह हुए नॉन-कोविड
एल्टिस हॉस्पिटल, एपेक्स हॉस्पिटल, चरक हॉस्पिटल, मैकवेल हॉस्पिटल, प्रसाद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, मेयो हॉस्पिटल, सिप्स हॉस्पिटल, वागा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, संजीवनी हॉस्पिटल, लखनऊ मेट्रो हॉस्पिटल समेत कुल 40 हॉस्पिटल को डि-नोटरफाईड कर दिया गया है।
राजधानी में 40 कोविड हॉस्पिटल को सशर्त डि-नोटीफाईड कर दिया गया है। जरूरत पड़ने पर इनका दोबारा अधिग्रहण कर लिया जायेगा।
डॉ। संजय भटनागर, सीएमओ