30 महीने, 353 किमी और 20 हजार करोड़
सीएम अखिलेश ने रखी पूर्वाचल एक्सप्रेस वे की नींव
6 लेन के एक्सप्रेस वे से 10 घंटे में दिल्ली से गाजीपुर
LUCKNOW : चुनाव से ठीक पहले अखिलेश यादव ने पूर्वाचल के लिए एक बड़ा तोहफा दिया है। लखनऊ से गाजीपुर तक बनने वाले एक्सप्रेस वे का अखिलेश यादव ने थर्सडे को शिलान्यास किया। 353 किलोमीटर लंबे समाजवादी पूर्वाचल एक्सप्रेस वे को पूरा करने के लिए 30 महीने का टारगेट रखा गया है। छह लेन के एक्सप्रेस वे बनने के बाद दिल्ली से बलिया की दूरी 10 से 11 घंटे में पूरी हो सकेगी। विधानसभवन के प्रांगण में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी चरण सिंह जयंती की पूर्व संध्या पर उन्हीं की प्रतिमा के पास एक्सप्रेस वे का शिलान्यास किया, जिसमें मुख्यमंत्री के अलावा विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय, कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खां, बलिया से मंत्री राम गोविंद चौधरी, आजम गढ़ से मंत्री बलराम यादव और दुर्गा प्रसाद यादव मौजूद थे।
देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क से ही किसी देश या प्रदेश का विकास होता है। अमेरिका ने सड़कें बनायी और सड़क ने अमेरिका को बना दिया। इस लिए प्रदेश सरकार ने भी सड़कों पर खास काम किया है। आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे के बाद प्रदेश में बनने वाला यह सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे होगा। यह दोनों जोड़ दिया जाएगा तो देश की सबसे बड़ी सड़क होगी। फिलहाल इस सड़क के लिए 1000 करोड़ रुपये की व्यवस्था अनुपूरक बजट में की गयी है। यह एक्सप्रेस वे अभी सिक्स लेन है बाद में आठ लेन की होगी। इसे दस लेन तक आने वाले समय में बढ़ाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चौधरी चरण सिंह का कल जन्म दिन है। यह मेरा सौभाग्य है कि यहां शिलान्यास करने का मौका मिला।
पहली सड़क जिसका उद्घाटन फाइटर प्लेन से
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक महीने पहले हम लोगों ने आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे का उद्घाटन किया। यह देश का इकलौता एक्सप्रेस वे था, जिसके उद्घाटन के मौके पर एयर फोर्स का फाइटर प्लेन उतरा। इसी तरह का उद्घाटन पूर्वाचल एक्सप्रेस वे का भी किया जाएगा। विधानसभा का पुराना इतिहास है। वहीं यहां चुनकर आया मुख्यमंत्री सामने लोकभवन में बैठेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे व्यस्त सड़क है। आने जाने वाले यहां बैठने वालों के बारे में चर्चा करते हैं।
डिजिटल इंडिया वालों ने क्या दिया?
लैपटॉप दिया तो स्मार्टफोन भी देने जा रहे। डिजिटल इंडिया वालों ने बताओ क्या दिया? पैसा बंद होने से गरीब और किसान को नुकसान हुआ। सबसे सबसे बड़ा नुकसान अर्थव्यवस्था को हुआ है। छह महीने बाद इसका असर दिखेगा जब लोगों का रोजगार छिनेगा, नौकरियां जाएंगी लोगों की। डिजिटल इंडिया का सपना दिखाने वालों के पास कोई तैयारी नहीं है। इतना बड़ा देश डिजिटल नहीं हो सकता। एक देश में भी नोटबंदी की गयी थी, जनता सड़कों पर आ गयी और फैसला वापस लेना पड़ गया।
समाजवादी जो कह देते हैं वह करके दिखाते हैं। इस एक्सप्रेस का लाभ गांव के लोगों को होगा। लोगों को रोजगार मिलेगा। मंडिया बनायेंगे जिससे किसानों को लाभ होगा। दूध, फल, सब्जी और अनाज के लिए फायदा होगा।
एक्सप्रेस वे नहीं तरक्की का रास्ता
आजम खां ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो काम किया है उससे वह आने वाले दिनों में इससे बड़ी कुर्सी पर पहुंचेंगे। आजम ने कहा कि यह तरक्की का रास्ता है। बीजेपी गंगा को धर्म से जोड़कर धर्म की राजनीति करती है। जबकि गंगा कभी गंदी हो ही नहीं सकती। आजम ने कहा कि उन्होंने फ्री में रिक्शा दिया जबकि केंद्र सरकार कर्ज पर रिक्शा दे रही है। एक फकीर किसी को क्या दे सकता है?
Do you know
-6 लेन होगा समाजवादी पूर्वाचल ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे
-लखनऊ, बाराबंकी, अम्बेडकर नगर, फैजाबाद, अमेठी, सुल्तानपुर, आजमगढ़, मऊ होते हुए गाजीपुर तक पहुंचेगा
-20 हजार करोड़ की आयेगी लागत
-30 महीने में एक्सप्रेस वे पूरा करने का रखा गया है लक्ष्य
-10 से 11 घंटे में तय हो सकेगी दिल्ली से गाजीपुर की दूरी
-120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकेंगी गाडि़यां
-पूरे एक्सप्रेस वे पर होगी सर्विस लेन
-8 भागों में बांट कर पूरा होगा काम
-8 बड़े ब्रिज, आठ रेलवे ओवर ब्रिज, 117 छोटे ब्रिज और सर्विस रोड पर 127 छोटे ब्रिज बनाये जाएंगे
-4 लेन किया जाएगा वाराणसी लिंक रोड को