कानपुर (ब्यूरो) शातिर इनके जरिए ब्लैकमेल करते हैं। यहां तक कि साइबर शातिर आईपी एड्रेस से ई मेल आईडी की जानकारी कर बैंक खातों तक की जानकारी हासिल कर लेते हैं। आपकी जरा सी गलती का फायदा उठाने के लिए साइबर शातिर तैयार बैठै हैं। ऐसे कई मामले शहर में आए हैैं। क्राइम ब्रांच जिनमें इनवेस्टिगेशन कर रही है।
1 : तस्वीरों के जरिए ब्लैक मेलिंग, टूट गया रिश्ता
चकेरी निवासी युवती की कुछ दिन पहले ही इंगेजमेंट हुई। शादी की तारीख भी तय हो गई। युवती के परिवार वालों ने इंगेजमेंट की तस्वीरें सोशल मीडिया पर डाल दीं। तमाम कमेंट और लाइक्स आए। इसी दौरान साइबर शातिरों की नजर युवती की इंगेजमेंट सेरेमनी की तस्वीरों पर पड़ गई। इन्हीं तस्वीरों को टूल पर डालकर अश्लील तस्वीरेें बनाई गईं। इसके बाद सोशल मीडिया के पेज से इनफॉर्मेशन ली गई। युवती के पिता को फोन कर वाट्सएप पर तस्वीरें भेजकर रुपये मांगे।
डिप्रेशन में चली गई युवती
बेटी की शादी की तैयारी में जुटे पिता ने पहले बेटी से बात की। जब यकीन हो गया कि बेटी गलत नहीं है तो तीन लाख रुपये शातिरों को मुंह बंद करने को दे दिए। शातिरों ने इसी बीच युवती कीहोने वाली ससुराल में संपर्क किया और तस्वीरें भेज दीं। वर पक्ष ने वधू पक्ष की एक न सुनी और रिश्ता तोड़ दिया। बिना गुनाह के सजा झेल रही युवती डिप्रेशन में चली गई, पिता ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। जिसकी जांच क्राइम ब्रांच कर रही है।
2 : खाते की जानकारी लेकर उड़ाई रकम
रेल बाजार थानाक्षेत्र के शांति नगर निवासी विजय कुमार गुप्ता कारोबारी हैैं। उनके स्टेट बैैंक ऑफ इंडिया के खाते से बीते शनिवार को 3 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए गए। जिसका मैसेज भी नहीं आया। सोमवार को फर्म में काम करने वाले राजेश कुमार बैैंक में रुपये जमा करने गए तो मैसेज आया। जिसमें खाते से तीन लाख रुपये निकलने की जानकारी हुई। विजय कुमार ने मामले की जानकारी बैैंक को दी। बैैंक की एंटी फ्रॉड सेल ने मामले की जांच की तो पता चला कि शनिवार को रुपये चकेरी के एक खाते में ट्रांसफर किए गए हैैं और 70 हजार रुपये एटीएम से निकाले जा चुके हैैं। पुलिस की जांच में सामने आया कि आईपी एड्रेस से छेड़छाड़ की गई थी।
सोशल मीडिया का टूल इस्तेमाल करते हैैं तो रखें सावधानी
- समय समय पर अपने टूल का पासवर्ड बदलते रहें।
- फोटो शेयर करते समय विशेष ध्यान रखें
- निजी तस्वीरें किसी भी टूल पर साझा मत करें
- पासवर्ड में न्यूमेरिक और एल्फाबेट मिलाकर रखें।
- कोई कितना भी करीबी हो उसे पासवर्ड न बताएं
- किसी भी हालत में साइबर शातिरों को रुपये न दें,
- जितनी जल्दी हो सके पुलिस को जानकारी दें।
- मेल, सोशल मीडिया और दूसरे टूल्स का आईपी एड्रेस चेक करते रहें
- अगर लगता है कि कोई छेड़छाड़ हुई है तो आईडी बंद कर दें।
- अपने प्रोफाइल को हमेशा लॉक करके रखें
सोशल मीडिया बेहद सावधानी के साथ इस्तेमाल करें। अपनी निजी जानकारियां और तस्वीरें शेयर करने से बचें। अपना पासवर्ड किसी को न बताएं और घटना होने पर जल्दी से जल्दी पुलिस के संपर्क कर खाता फ्रीज कराएं। ये काम थाने की साइबर हेल्प डेस्क से भी हो सकता हैैं।
राजीव कुमार, साइबर सेल प्रभारी