कानपुर (ब्यूरो) घाघूखेड़ा निवासी जगदीश यादव के दो बेटों में बड़ा धनंजय कार चालक था। छोटा शिवबहादुर अधिवक्ता था। धनंजय की 18 अप्रैल 2022 में फतेहपुर निवासी युवती से शादी हुई थी। शराब का लती होने के चलते वह छोटे भाई पर पत्नी से अवैध संबंध होने को लेकर शक करता था.10 सितंबर की देर रात पत्नी चचेरे चाचा के घर की छत पर सोने गई थी। भाई उसके कमरे के बगल में स्थित बरामदे में सो रहा था। सोते वक्त धनंजय ने डंडे से ताबड़तोड़ वार करके उसकी हत्या कर दी थी। घटना के बाद ड्रम में हाथ पैर धुलने के बाद शर्ट बदल कर बाइक लेकर फरार हो गया था। पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी थी।
सर्विलांस की मदद से मिली लोकेशन
सर्विलांस टीम की मदद से पुलिस ने हत्यारोपी को रावतपुर स्थित कृष्णा होटल से गिरफ्तार किया। राजफाश करते हुए एसपी आउटर तेज स्वरूप ङ्क्षसह ने बताया कि हत्यारोपी भागते समय पत्नी का भी मोबाइल ले गया था, लेकिन अपने दोनों नंबरों के साथ ही पत्नी के मोबाइल का भी इस्तेमाल नहीं कर रहा था। पत्नी के नंबर को भी सर्विलांस पर लगाया गया था। लोकेशन ट्रेस करके गिरफ्तारी की गई है।
हत्या के बाद भागा था आगरा
महाराजपुर थाना प्रभारी सतीश राठौर ने बताया कि आरोपी धनंजय ने पूछताछ में बताया था कि हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद वह यहां से स्टेशन गया और वहां से आगरा चला गया था। आगरा में एक दिन रुकने के बाद वह वापस शहर लौटकर आया था। उसे पकड़े जाने का डर था इस लिए गांव न जाकर वह कासगंज चला गया था। वहां कई दिन रुका। जब पैसे खत्म हो गए तो वापस लौटा। यहां आकर वह रावतपुर के होटल में काम करने लगा था।