- पुलिस को मौके से मिला सुसाइड नोट, सूदखोरों की धमकी देने की बात लिखी
kanpur: पनकी में सूदखोरों की धमकियों से घबराए युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। सुबह घटना की जानकारी होने पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला। इसमें अपनी मौत के लिए सूदखोरों को जिम्मेदार ठहराया है।
कई दिन से तनाव में था
पनकी गंगागंज के गणेश शंकर विद्यार्थी नगर निवासी जितेंद्र सचान के फ्0 वर्षीय बेटे रजत की नौकरी छूट गई थी। पिता ने बताया कि रजत कई दिन से तनाव में था। मंडे रात उसने गजनेर स्थित पैतृक गांव दिलावरपुर जाने की बात कही थी, लेकिन देर रात उसने फांसी लगा ली। थाना प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि सुसाइड नोट में रजत ने लिखा है कि उसने बैंक के साथ ही अन्य लोगों से क्0 फीसद ब्याज पर पैसा ले रखा था। कर्ज की रकम करीब ढाई लाख रुपये हो गई थी। अब तीन व्यक्ति रकम वापस न करने पर धमकी दे रहे थे। जांच में यह भी पता लगा है कि रजत शराब का लती था। आरोपियों से पूछताछ की जाएगी।
सपने टूटे तो स्टूडेंट ने की जान देने की कोशिश
सपने पूरे न हुए तो बीएससी स्टूडेंट डिप्रेशन में चला गया। दरअसल वह क्रिकेटर बनना चाहता था। असफल होने पर आत्महत्या करने गंगा बैराज पहुंच गयाऔर अचानक गंगा में कूद गया। पुल पर मौजूद लोगों ने हल्ला मचाया तो गोताखोरों ने छलांग लगाकर उसकी जान बचाई। पुलिस ने छात्र को स्वजनों को सौंप दिया। नवाबगंज पी ब्लॉक निवासी आदित्य शुक्ला का क्8 साल का बेटा बिट्टल डीएवी कॉलेज से बीएससी फर्स्ट इयर की पढ़ाई कर रहा है। ट्यूजडे दोपहर वह गंगा बैराज के गेट नंबर एक के सामने से उसने नदी में छलांग लगा दी। गोताखोर रामबाबू, यश, रोहित ने उसको बचाया। कोहना थाना प्रभारी आदेश चंद्र ने बताया कि छात्र से पूछताछ में लगा कि वह डिप्रेशन में है।