- मैथ्स और साइंस समेत ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के स्टूडेंट्स के आड़े नहीं आएगी इंग्लिश
- -ई-लाइब्रेरी कार्ड के जरिए अगले महीने से विवि परिसर और डिग्री छात्र छात्राएं करा सकेंगे इश्यू
- 01 हजार ई-पुस्तकें आईं प्रोफेशनल कोर्स की सीएसजेएम यूनिवर्सिटी की सेंट्रल लाइब्रेरी में
- 50 से अधिक सब्जेक्ट की इंग्लिश और ¨हदी दोनों लैंग्वेज में इन बुक्स को मिलाकर 20 हजार ई-पुस्तकें हैं
KANPUR: हायर एजूकेशन के स्टूडेंट्स अब 15 सब्जेक्ट की पढ़ाई हिंदी में कर सकेंगे। उनके आड़े इंग्लिश लैंग्वेज की कमजोरी नहीं आएगी। सिर्फ सब्जेक्ट की नॉलेज और उसकीच्अच्छी तैयारी से स्टूडेंट्स कोच्अच्छे मार्क्स मिलेंगे। हिंदी की ई-बुक के जरिए ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के स्टूडेंट्स पढ़ाई कर सकेंगे। सीएसजेएम यूनिवर्सिटी की सेंट्रल लाइब्रेरी में ई-बुक्स आ गई हैं।
अगले महीने से मिलेगी सुविधा
यूनिवर्सिटी ने सेंट्रल लाइब्रेरी में बीए, बीएससी और बीकाम के अलावा बीटेक, एमबीए, बीबीए व फार्मेसी समेत अन्य कोर्स के 15 विषयों की एक हजार ई-पुस्तकें संजोकर रखी हैं। ई-लाइब्रेरी कार्ड के जरिए अगले माह से यूनिवर्सिटी कैंपस के अलावा डिग्री के छात्र भी इनसे स्टडी कर सकेंगे।
घर पर रहकर पढ़ सकेंगे
इन बुक्स को मिलाकर लाइब्रेरी में 50 से अधिक सब्जेक्ट की इंग्लिश और हिंदी दोनों भाषाओं में 20 हजार ई-पुस्तकें हैं। अगले माह से छात्र इन्हें अपने घर पर रहकर अपलोड करके स्टडी कर सकते हैं। इसके लिए उनका ई-कार्ड बनाया जाएगा जिसमें छात्रों का नाम, स्ट्रीम और ईयर फीड होगा। उन्हें ई-बुक पढ़ने के लिए मेल आईडी और पासवर्ड दिया जाएगा जिसके जरिए वह अपने सिलेबस की बुक्स पढ़ सकेंगे।
50 हजार ई जर्नल्स रखे गए
लाइब्रेरी प्रभारी प्रो। आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और प्रोफेशनल कोर्स में गिने चुने लेखकों की पुस्तकें ही ¨हदी भाषा में उपलब्ध हैं। वह भी बड़ी मुश्किल से छात्रों को मिल पाती हैं। ऐसी बुक्स के लिए ई-बुक लाइब्रेरी को अलग से स्थापित किया गया है। इसमें मूल लेखकों के अलावा ट्रांसलेट की हुई पुस्तकें सब्सक्राइब की गई हैं। इसके अलावा रिसर्च स्टूडेंट्स के लिए यहां 50 हजार ई जर्नल्स रखे गए हैं। इन्हें भी अपलोड किया जा सकता है।