- मैनेजमेंट और टेक्निकल इंस्टीट्यूट को मिलेगी मान्यता जो हिंदी मीडियम से पढ़ाएंगे

- ¨हदी के साथ लोकल लैंग्वेज में भी कोर्स चलाने के लिए कर सकते हैं आवेदन

- 14 इंस्टीट्यूट ने लोकल लैंग्वेज और दो ने ¨हदी भाषा में डिप्लोमा कोर्स के लिए किया आवेदन

- 1500 कॉलेजों ने इंजीनिय¨रग, मैनेजमेंट, आर्किटेक्चर और अलग-अलग डिप्लोमा कोर्स के लिए आवदेन किया है

KANPUR: इंग्लिश में हाथ थोड़ा तंज है और बीटेक भी करना है लेकिन डर लग रहा है तो अब आपको घबराने या टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। क्योंकि अब आप हिंदी मीडियम में भी बीटेक कर सकेंगे। पहली बार टेक्निकल और मैनेजमेंट कॉलेज के स्टूडेंट को हिंदी में बीटेक की पढ़ाई करने का मौका मिलेगा।

लोकल लैंग्वेज में भी पढ़ सकेंगे

नए सेशन से कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनिय¨रग, सिविल इंजीनिय¨रग, मैकेनिकल इंजीनिय¨रग व इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन समेत अन्य ब्रांच की क्लासेस केवल इंग्लिश में नहीं बल्कि कॉलेज मैनेजमेंट ¨हदी समेत सभी लोकल लैंग्वेज में भी लगा सकेंगे। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद 'एआइसीटीई' के क्षेत्रीय कार्यालय में सेशन 2021-22 में मान्यता के लिए 1500 कॉलेजों ने इंजीनिय¨रग, मैनेजमेंट, आर्किटेक्चर व विभिन्न डिप्लोमा कोर्स के लिए आवदेन ि1कया है।

किसी भी कॉलेज को मान्यता नहीं

एआइसीटीई के क्षेत्रीय कार्यालय में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व बिहार के कॉलेजों ने मान्यता के लिए आवेदन किया है। इस बार 14 संस्थानों ने क्षेत्रीय भाषा में कोर्स संचालित किए जाने के लिए आवेदन किया है। इनमें से दो कॉलेज ऐसे हैं जिन्होंने ¨हदी भाषा में डिप्लोमा मैनेजमेंट की पढ़ाई कराए जाने के लिए मान्यता मांगी है। यह पहली बार है जब इंजीनिय¨रग के पुराने पाठ्यक्रमों को संचालित किए जाने व उनमें सीटें बढ़ाने के लिए एआईसीटीई किसी भी कॉलेज को मान्यता नहीं देगा।

नई स्ट्रीम में पढ़ाई

- रोबोटिक्स

- आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस

- इंटरनेट ऑफ ¨थग्स

- थ्री डी ¨प्र¨टग

- क्वांटम कंप्यू¨टग

- वर्चुअल रिएलिटी

- डाटा साइंस

इमर्जिंग एरिया के लिए आवेदन

इन इमर्जिंग एरिया के कोर्स को संचालित करने के लिए पुराने कोर्स चलाने वाले 67 कॉलेजों ने आवेदन किया है जबकि पांच कॉलेज ऐसे हैं जो नए कॉलेज हैं और उन्होंने केवल इमर्जिंग एरिया के लिए आवेदन किया है। इसके अलावा एमबीए, एमसीए, पीजीडीएम व होटल मैनेजमेंट जैसे कोर्स संचालित करने वाले कॉलेजों को भी एआइसीटीई मान्यता देगा।

सत्यापन के बाद मानक पर खरे उतरने वाले कॉलेजों को 30 जून तक कोर्स संचालित किए जाने के लिए मान्यता प्रदान कर दी जाएगी। आवेदन करने वाले कॉलेजों के प्रपत्र जांचने के बाद उनका भौतिक सत्यापन होगा।

- डॉ। मनोज कुमार तिवारी, क्षेत्रीय अधिकारी एआईसीटीई