कानपुर (ब्यूरो) डीजपी ने कहा कि जिलों में मर्डर, रेप व अन्य गंभीर अपराध होने पर जिले के एसपी घटनास्थल पर जरूर पहुंचें। किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए। जनता के बीच जाइए और उनकी समस्याएं सुनकर उनका समाधान करें। पुलिस महानिदेशक रविवार को कानपुर में थे। सबसे पहले उन्होंने रेल बाजार स्थित कानपुर आउटर की पुलिस लाइन व कार्यालय का उद्घाटन किया। यहां पत्रकारों से बातचीत में डीजीपी ने कहा कि गंभीर अपराधों की निष्पक्ष जांच हो और किसी भी सूरत में बक्शे न जाएं। इससे पहले उन्होंने आउटर पुलिस लाइन कार्यालय, सीसीटीएनएस, शिकायत प्रकोष्ठ, साइबर थाना, प्रशासनिक भवन, बैरक आदि का निरीक्षण किया।
समीक्षा बैठक में दिया मूल मंत्र
इसके बाद डीजीपी ने एडीजी कानपुर जोन भानु भाष्कर के कार्यालय में समीक्षा बैठक की। पुलिस अफसरों को डीजीपी ने कुछ नया करने का मूलमंत्र दिया। बोले फुट मार्च में केवल घूमकर मत आइए, जहां जाइए, वहां जनता के बीच जाएं, उनकी सुनें और समस्याओं को हल करें। खूब जनसुनवाई करें। इस दौरान पुलिस आयुक्त विजय ङ्क्षसह मीना, जिलाधिकारी नेहा शर्मा, आइजी प्रशांत कुमार, एसपी आउटर अजीत कुमार सिन्हा, एडिशनल एसपी आउटर आदित्य कुमार शुक्ला आदि मौजूद रहे।
इन पर जोर
- गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत माफियाओं के विरूद्ध कार्रवाई हो। सम्पत्ति जब्त हो और कुर्की की कार्रवाई तेज हो।
- महिला सशक्तिकरण के तहत महिला अपराधों के प्रति पुलिस संवेदनशील रहे। सूचना मिलते ही महिला अपराध से जुड़े मामलों में कार्रवाई हो।
- साइबर क्राइम सबसे तेजी से उभरता अपराध। टारगेट करके इससे जुड़े अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई हो। हर थाने में साइबर डेस्क हो।
- बीट पुलिङ्क्षसग को मजबूत किया जाए।
सर्किट हाउस में हुई सलामी
पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल रविवार को सुबह सर्किट हाउस पहुंचे। सर्किट हाउस में एडीजी भानु भास्कर, पुलिस आयुक्त विजय ङ्क्षसह मीना समेत अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में गार्द ने उन्हें सलामी दी। इसके बाद उन्होंने इसके बाद वह एडीजी जोन के दफ्तर पहुंचे।