- महिला थाने में अब महिलाओं को नहीं बर्दाश्त करना पड़ेगा अपमान
- थानों और पिंक चौकियों की दशा खराब होने पर थानेदार पर गिरेगी गाज
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KANPUR : मिशन शक्ति के थर्ड फेज में योगी सरकार ने महिला थाने और पिंक पुलिस चौकियों की दशा सुधारने के निर्देश दिए हैं। इन थानों को अब महिला थाना नहीं बल्कि 'लेडी केयर हाउस' कहा जाएगा। इस लेडी केयर हाउस में जितने दिन महिलाएं रखी जाएंगी उनके लिए यूपी सरकार ने विशेष इंतजाम किए हैं। हार्ड कोर लेडी क्रिमिनल के अलावा किसी और बंदी को लॉकअप में नहीं रखा जाएगा। यहां महिलाओं के लिए वे सभी इंतजाम होंगे, जो आमतौर पर थानों में नहीं होते हैं। मॉडल के रूप में पहले चरण में गौतमबुद्ध नगर, वाराणसी, लखनऊ और कानपुर के महिला थाने और चौकियों की दशा बदलने की योजना है। इसके बाद पूरे प्रदेश में ये प्लान फॉलो कराया जाएगा।
सीनियर सिटीजंस के लिए विशेष इंतजाम
जिन सीनियर सिटीजंस महिलाओं के बच्चे उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं। बेटे और बहू ने घर से निकाल दिया है। उनके लिए इस लेडी केयर हाउस में जगह रहेगी। सीनियर सिटीजन महिला के यहां पहुंचते ही पुलिसकर्मी उनके परिवार वालों को समझाएंगे और कानून की जानकारी देंगे। अगर इसके बाद भी सीनियर सिटीजन अपने घर नहीं जाना चाहेंगी तो सरकार उनके रहने का इंतजाम ओल्ड एज होम में कराएगी। घर से झगड़ा होने पर किसी तरह का तनाव न हो इसके लिए केयर हाउस में जिम और योगा सेंटर बनाया जाएगा, जहां सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से सीनियर सिटीजन महिलाओं का मानसिक तनाव दूर किया जाएगा।
महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी
जिन महिलाओं का कोई सहारा नहीं है, परिवार वाले भी साथ नहीं दे रहे हैं। उन्हें इस 'लेडी केयर हाउस' में रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद इस केयर हाउस की प्रभारी निरीक्षक उनके लिए काम का इंतजाम करेंगी। पहले उन्हें सामाजिक संस्थाओं के जरिए ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। उसके बाद उन्हें उनकी इच्छा के मुताबिक काम दिया जाएगा। जिससे वे आत्मनिर्भर होंगी। इस दौरान महिलाओं और सीनियर सिटीजन महिलाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा। ट्रेनिंग और काम करने के दौरान उनका शोषण न हो इसके लिए उनसे केयर हाउस की अधिकारी लगातार संपर्क में रहेंगी।
मिशन शक्ति का होगा रिव्यू
थानों में मिशन शक्ति के तहत बनाई गई हेल्प डेस्क और केबिन में क्या काम किया गया? महिला हेल्प लाइन के जितने भी नंबर काम कर रहे हैं, डॉयल 112 से जुड़ी योजनाएं, प्रबल प्रतिक्रिया समेत जो भी काम दो चरणों में किए गए हैं। पूरे जिले की समीक्षा सितंबर के पहले सप्ताह में होनी है। जिसके बाद मिशन शक्ति को और तेजी से बढ़ाया जाएगा।
महिला अधिकारियों की तैनाती
महिला बीट पुलिस अधिकारियों की तैनाती के साथ ही थानों और पिंक चौकियों में पिंक टॉयलेट का निर्माण कराया जाएगा। पुलिस लाइन में बालवाड़ी क्रेच की स्थापना की जाएगी। थानों में महिला पुलिस कर्मियों की संख्या 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 प्रतिशत की जाएगी। पिंक चौकियों और मनचलों को सबक सिखाने के लिए एंटी रोमियो स्क्वॉयड को और मजबूत बनाने की कवायद की जा रही है। कमिश्नरेट के 36 थानों में 46 स्कूटी देने की योजना बनी है। जिससे महिला पुलिसकर्मी गश्त कर मनचलों को दबोच सकें। वहीं पिंक चौकियों की दशा सुधारने के लिए भी फंड जारी किया गया है। इस फंड से इन चौकियों में पिंक टॉयलेट और गश्त के लिए वाहन देने का प्लान है।
लेडी केयर हाउस में ये सुविधाएं
- साफ सुथरा टॉयलेट
- खाने के लिए मनचाहा भोजन
- थाने में बनाई जाएगी मेस
- थाने के स्टाफ का सौम्य व्यवहार
- परिवार वालों से बात करने की सुविधा
- हवादार और रोशनीयुक्त कमरे में लगे टीवी
- पीने के लिए ठंडे पानी की मशीन और साफ बर्तन
- कपड़े धोने और सुखाने की उचित व्यवस्था
- दबिश के दौरान बंदी को ले जाने के लिए वाहन
- थाने में पुरुष पुलिसकर्मियों की तैनाती नहीं होगी
- बीमार बंदियों का बीमारी के स्पेशलिस्ट से इलाज
- ज्यादा उम्र की बंदियों के लिए विशेष व्यवस्था
- हार्डकोर महिलाओं को छोड़ कर कोई महिला लॉकअप में नहीं रखी जाएगी
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'' शासन स्तर से महिला थाने को लेडी केयर हाउस में बदलने का प्लान है। जिसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। कुछ दिन बाद ये प्लान सारे जिलों के लिए लागू किया जाएगा.''
मोहित अग्रवाल, आईजी रेंज कानपुर