कानपुर(ब्यूरो)।लाल बंगला की एनटू रोड निवासिनी 55 साल की नीना कपूर ने कंपनी बाग स्थित अमन पटेल अपार्टमेंट की सातवीं मंजिल से कूद कर जान दे दी। वे तीन जुलाई यानी सात दिन पहले ही इस फ्लैट में आईं थी। सारा सामान अभी भी पैक्ड है। दिल्ली से बहन और बहनोई नवीन मेहता सामान शिफ्ट कराने आए थे। रविवार सुबह नीना ने रिश्तेदारों के साथ नाश्ता किया, उसके बाद अचानक ही कमरे से निकल कर छत पर पहुंच गईं और ग्रिल पकड़ कर नीचे उतर गईं।
इविडेंस कलेक्ट किए
इसी बीच फ्लैट से निकले नवीन मेहता ने उन्हें न सिर्फ रोकने की कोशिश की बल्कि दौड़ कर उनके हाथ पकड़ लिए और ऊपर खींचने की कोशिश करने लगे। लेकिन नीना जान देने की ठान चुकी थीं, नवीन के मुताबिक नीना ने हथेलियां सीधी कर दीं, जिससे वे फिसलती हुईं सात मंजिल से नीचे जा गिरीं। इसके बाद घर में मौजूद लोगों ने परिवार वालों को जानकारी दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा। फॉरेंसिक टीम ने भी इविडेंस कलेक्ट किए।
25 सालों से पति से थीं अलग
नवीन मेहता ने पुलिस को बताया कि वे नीना की बहन के पति हैैं और दिल्ली में रहते हैैं। वे नीना का सामान शिफ्ट कराने आए थे। 25 साल पहले नीना के पति से सेपरेशन हो गया था। जिसकी वजह से नीना अकेले ही लाल बंगला स्थित एनटू रोड पर रहती थीं। कोई संतान न थी। रिश्तेदार कभी कभार आ जाते थे। कोई एक महीने पहले स्वरूप नगर निवासी बहन और बहनोई समेत दूसरे रिश्तेदारों के कहने पर नीना ने कंपनी बाग स्थित अमन पटेल अपार्टमेंट में फ्लैट ले लिया था। तीन जुलाई को ही वे इस फ्लैट में रहने आईं थीं।
पड़ोसी ने देखी पूरी घटना
जिस समय नीना ग्रिल पकडक़र लटकी थीं। उसी दौरान पड़ोस में रहने वाले फ्लैट मालिक वर्क आउट करके आए थे। उन्होंने न सिर्फ नीना को ग्रिल से लटकते देखा बल्कि नवीन के बचाने के प्रयास को भी पूरी तरह से देखा। इसी फ्लोर पर सीसीटीवी कैमरा भी लगा था। इस कैमरे में पूरी फुटेज भी देखने को मिली। फुटेज में साफ दिख रहा है कि नीना चुपचाप निकल कर बाहर आईं और कुछ देर सीढिय़ों पर खड़ी रहीं।
सधे हुए कदमों से
इसके बाद सधे हुए कदमों से चप्पल पहने वे ग्रिल की तरफ बढ़ गईं और देखते ही देखते नीचे लटक गईं। परिजनों ने बताया कि अकेले रहने की वजह से वे डिप्रेशन में आ गई थीं। 9 जुलाई यानी शनिवार को उन्हें डॉक्टर को भी दिखाया गया था। घटनास्थल से फॉरेंसिक टीम ने ब्लड सैैंपल्स भी कलेक्ट किए। एसीपी बृज नारायण सिंह और इंस्पेक्टर आशीष कुमार द्विवेदी मौके पर पहुंचे और परिजनों से मामले की जानकारी ली।