-वर्ल्ड वेटलैंड डे पर कमिश्नर ने चिडि़याघर का किया निरीक्षण
KANPUR: सिटी में फिलहाल तो कहीं भी वेटलैंड नहीं है, लेकिन कानपुर के साथ ही आसपास के कई जगहों पर ऐसी जगहें हैं, जिन्हें अब वेटलैंड बनाने पर गंभीरता से विचार किया जा सकता है। गंगा किनारे के ऐसे क्षेत्रों की पहचान वन विभाग और सिंचाई विभाग संयुक्त रूप से कर रहे हैं।
कानपुर में 13 संभावित एरिया
विश्व वेटलैंड दिवस पर कमिश्नर डॉ। राज शेखर ने कानपुर चिडि़याघर के वेटलैंड क्षेत्र का जायजा लिया। यहां पर बताया गया कि पूरे मंडल में अब तक लगभग 35 संभावित क्षेत्र (कानपुर में 13, फर्रुखाबाद 17 और कन्नौज 5) को लिस्टेड किया गया है। 2 महीने में सर्वेक्षण और फीडिंग कार्य हो जाएगा। कमिश्नर ने बताया कि गंगा बैराज मे केडीए के प्रस्तावित जैव विविधता पार्क में 13 एकड़ का क्षेत्र वेटलैंड का होगा, जो यहां की मछलियों से लेकर पक्षियों के लिए उपयुक्त होगा। चिडि़याघर में भी वेटलैंड की संभावनाएं काफी प्रबल हैं। यहां पर 86 मगरमच्छ, 5000 से अधिक पक्षियों (34 प्रजातियों में से), 200 से अधिक कछुओं की प्रजातियां हैं।