-अवैध निर्माण, अपराधियों की दबंगई की वजह से जल निगम को वाटर सप्लाई करने में आ रही ढेरों प्रॉब्लम
-अवैध निर्माण के कारण बैराज से भैरोघाट तक पाइप लाइन डालने का काम रुका, दबंग नहीं करने दे रहे काम
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KANPUR: अभी तक सिटी में अवैध खुदाई और लाइन टूटने से ही वाटर सप्लाई पर असर पड़ता था, लेकिन अवैध कब्जेदार और अपराधी लोग भी इसमें बाधक बनने लगे हैं। जल निगम ने सिटी के विभिन्न एरियाज में आ रही वाटर सप्लाई को लेकर अपने सीनियर ऑफिसर्स को लेटर लिखकर इसकी जानकारी दी है कि वाटर सप्लाई खतरे में है।
10.14 करोड़ का प्रोजेक्ट
अमृत योजना के तहत गंगा बैराज से भैरवघाट पंपिंग स्टेशन तक वाटर लाइन डाली जा रही है। 10.14 करोड़ रुपए से इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जाना है। ये सिटी की वाटर सप्लाई की प्रमुख योजना है। लेकिन, कुछ अवैध कब्जेदारों की वजह से काम रुका हुआ है। प्रोजेक्ट मैनेजर शमीम अख्तर के मुताबिक लाइन एलाइनमेंट के बीच में बाराघाट के पास कुछ लोगों के मकान हैं। ये लोग काम करने से रोकते हैं। एसडीएम सदर को इस बारे में लेटर लिखा जा चुका है कि इनकी संपत्तियों की जांच कर इनको हटा दिया जाए। लेकिन ऐसा न होने से कार्य रुका हुआ है। 10.14 करोड़ रुपए से इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जा रहा है।
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लाइन तोड़कर दीवार बना ली
जेएनएनयूआरएम के तहत ड्रिंकिंग वाटर सप्लाई योजना फेज-1 के तहत डाली गई 200 एमएम वाटर लाइन को तोड़कर दीवार खड़ी कर दी गई है। साकेत नगर डंप के पास ठेकेदार ने नाली निर्माण के दौरान जल निगम के अधिकारियों द्वारा कई बार मना करने के बाद भी पाइप का कपलर तोड़कर सीसी दीवार का निर्माण कर दिया। इससे 5,000 से ज्यादा घरों में प्रेशर से वाटर सप्लाई नहीं हो पा रही है। जल निगम परियोजना प्रबंधक ने नगर निगम जोन-3 अधिशाषी अभियंता से इसको हटाने और लीकेज को ठीक करने के लिए कहा है।
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जेडपीएस बना अपराधियों का गढ़
छेदी सिंह का पुरवा, बर्रा-1 में स्थित जोनल पंपिंग स्टेशन में अपराधी प्रवृत्ति के लोगों द्वारा पंप ऑपरेटर को आए दिन मारा पीटा जा रहा है। इसके अलावा जोनल पंपिंग स्टेशन में जुआं, शराब और तोड़फोड़ की जा रही है। इससे क्षेत्र में होने वाली वाटर सप्लाई को भी खतरा उत्पन्न हो गया है। परियोजना प्रबंधक के मुताबिक कई बार पुलिस को भी कॉल कर बुलाया गया, लेकिन कुछ खास कार्रवाई नहीं हुई। अपराधियों द्वारा टंकियों में कुछ भी जहरीला पदार्थ मिलाने की आशंका हमेशा बनी रहती है।