कानपुर (ब्यूरो)। भीषण गर्मी में शहर के साउथ एरिया में 30 से ज्यादा मोहल्ले में रहने वाले करीब तीन लाख आबादी को पानी संकट का सामान करना पड़ेगा। बर्रा में एक लीकेज की मरम्मत के चलते जलकल ने गुजैनी वाटर वक्र्स से सप्लाई बंद कर दी है। हालांकि अधिकारी शनिवार रात तक मरम्मत कार्य पूरा होने की संभावना जता रहे हैं, जिसके बाद ही आपूर्ति भी बहाल होगी।


28.5 एमएलडी की क्षमता
गुजैनी वाटर वक्र्स की क्षमता 28.50 एमएलडी पानी रोजाना ट्रीट करने की है। प्लांट से रतनलाल नगर, बर्रा दो भूत बंगला रोड, बर्रा पांच, निराला नगर और उस्मानपुर जोनल पंङ्क्षपग स्टेशन में पहुंचता है और करीब तीन लाख लोगों को पानी मिलता है, लेकिन बर्रा एक में फीडर लाइन में लीकेज हो गया। इससे लाखों लीटर पानी बर्बाद तो हुआ ही। सडक़ पर भी कई जगह गड्ढे हो गए।


दो वाल्व बंद किए गए
गुरुवार को जलकल की टीम ने खोदाई कराई और दो वाल्व बंद करा पाइप से पानी निकाला जाने लगा, लेकिन पाइप में पानी फिर भी आ रहा था। जिस पर शुक्रवार सुबह गुजैनी वाटर वक्र्स को भी बंद करना पड़ा। इससे साउथ में 30 से ज्यादा मुहल्लों में पानी का संकट हो गया। शुक्रवार को दिनभर लोगों को आसपास के हैंडपंप और समर्सिबल का सहारा लेना पड़ा।


इन मुहल्लों में नहीं आया पानी
गुजैनी, बर्रा एक एमआईजी, दो, तीन, चार, पांच, सात, निराला नगर, जूही लाल कालोनी, अंबेडकर नगर,उस्मानपुर कालोनी समेत 30 से ज्यादा मुहल्लों में पानी नहीं पहुंचा।
पाइप में पानी आने की वजह से गुजैनी वाटर वक्र्स बंद कराना पड़ा। जीआई पाइप में लीकेज मरम्मत तो जल्दी हो जाती है, लेकिन उसे सूखने में कम से कम 12 घंटे लगते हैं। ऐसे में शनिवार रात तक आपूर्ति बहाने होने की संभावना है।
- अजीत यादव, सहायक अभियंता, जलकल जोन-तीन


इनकी समस्या:
पानी नहीं आने पर सुबह हैंडपंप से पानी भरना पड़ा था, लेकिन गर्मी में पानी की खपत ज्यादा बढ़ जाती है। इससे शाम को फिर दूर लगे हैंडपंप से पानी लाना पड़ा था। पता नहीं नल में कब पानी आएगा।
- शिवम ङ्क्षसह, दबौली बस्ती


सुबह नल में पानी नहीं आया तो आसपास के लोगों से पूछा। तब पता चला कि गुजैनी वाटर वक्र्स बंद है। कहीं लीकेज बन रहा है। गर्मी में अक्सर पानी की किल्लत होने लगती है। अधिकारियों को पानी का टैंकर ही भिजवा देना चाहिए।
-अशोक कुमार त्रिपाठी, बर्रा तीन