कानपुर (ब्यूरो) पिछले वर्ष पुराना शुक्लागंज गंगा ब्रिज बन्द कर दिया गया है। इस ब्रिज की कोठियों में दरार आ गई थी। गोलाघाट ब्रिज से कानपुर-शुक्लागंज, उन्नाव आना जाना पड़ता है। पर 42 स्पेशल गंगाघाट रेलवे क्रॉसिंग पर ब्रिज बनाए जाने की वजह से लोगों को जयपुरिया क्रॉसिंग से घूम कर आना-जाना पड़ता है। अधिक दूरी की वजह से लोगों को टाइम ज्यादा लगता है। अगर जयपुरिया रेलवे क्रॉसिंग बन्द मिली तो लोगों की परेशानी और भी बढ़ जाती है।
जल्द लगवाएं रेलिंग
मंडे को डीएम नेहा शर्मा ने पुल का निरीक्षण किया। इस दौरान सेतु निगम के अधिकारियों को उन्होंने 11 मार्च तक पुल पर रेलिंग लगाने और पेटिंग का काम दिन रात काम कर पूरा करने के निर्देश दिए। 11 मार्च से पुल पर वाहन चलने लगेंगे। मालूम हो कि अभी पुल पर स्ट्रीट लाइट लगाने का काम बाकी है। इस पुल के शुरू हो जाने से शुक्लागंज, उन्नाव आने जाने में आसानी होगी।
लगातार आई अड़चनें
सीओडी पुल की तरह ही झाड़ी बाबा पुल के निर्माण में भी काफी अड़चनें आई। कैंट क्षेत्र में पडऩे की वजह से निर्माण को लेकर अनुमति के लिए काफी इंतजार करना पड़ा। इस वजह से काफी समय तक निर्माण बंद रहा। इसके अलावा कैंट क्षेत्र में पुल के डिजाइन में भी बदलाव करने पड़े। नवंबर 2020 में कमिश्नर डॉ.राज शेखर ने पुल की स्थिति को लेकर स्थलीय निरीक्षण किया। तब कैंट क्षेत्र में कुछ पेड़ों की कटाई की अनुमति में हो रही देरी की वजह से रुका काम दोबारा शुरू हुआ। वहीं निर्माण के दौरान सर्विस रोड न होने और धूल धक्कड़ की वजह से भी शुक्लागंज, उन्नाव से आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ा,लेकिन अब पुल का निर्माण पूरा हो जाने से काफी राहत मिलेगी।
गंगा घाट क्रॉसिंग ब्रिज: हाईलाइट्स
- 2010 में रेलवे बोर्ड ने पुल के प्रस्ताव को पास किया।
- पुल पर रेलवे का हिस्सा 28.08 मीटर, 3.75 करोड़ की लागत
- मार्च 2014 में सेतु निगम ने निर्माण शुरू किया
- 765 मीटर कुल लंबाई, 2 लेन पुल
- 44.31 करोड़ से पुल का निर्माण