उन्होंने सत्ता पर लगातार काबिज़ रहने की कोशिशों से इंकार करते हुए कहा कि वो रुसी लोगों को जीवन स्तर को बेहतर बनाने और अपने देश को मज़बूत बनाना चाहते हैं।
पुतिन 12 साल तक रुस के राष्ट्रपति रह चुके हैं और आने वाले चुनावों में एक बार फिर इस पद के सबसे प्रबल दावेदार हैं। लेकिन उनके आलोचकों का कहना है कि पुतिन का राजनीतिक प्रभाव नकारत्मक है। राजधानी मॉस्को में रुस के विदेशी विशेषज्ञों के साथ एक बैठक में पुतिन ने अपनी राजनीति का पुरज़ोर तरीके से बचाव किया।
'स्थिर रुस के लिए'
रुस में अमीरों और गरीबों की बीच लगातार बढ़ रहे फ़ासले के कारण सरकार को काफ़ी आलोचना झेलनी पड़ रही है। लेकिन पुतिन इन सब आरोपों का खंडन करते हैं। उन्होंने कहा कि उनका राष्ट्रपति चुनाव लड़ना सत्ता से चिपके रहने की कोशिश नहीं है बल्कि रुसी व्यवस्था को सुदृढ़ करने का प्रयास है।
पुतिन ने कहा, “हम चाहते हैं कि रुस की आंतरिक मज़बूती बढ़े ताकि हम एक विकसित राजनीतिक व्यवस्था क़ायम कर सकें। लेकिन ये आसान नहीं है और इसमें वक़्त लगता है। मैं और मौजूदा राष्ट्रपति मेडवेडेव व्यक्तिगत सत्ता के पीछे नहीं हैं, हम तो सिर्फ़ मज़बूत रूस का निर्माण करना चाहते हैं। ” लगता है कि पुतिन के लिए रूस की स्थिरता सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
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