कानपुर (ब्यूरो) एनसीआर सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि वंदेभारत एक्सप्रेस के नए कोच ट्रेन क्लोजिस एवाइडेंस सिस्टम &टीसीएएस&य से लैस होंगे। यह सिस्टम रेडियो संचार पर आधारित प्रणाली से ट्रेन की आवाजाही पर नजर रखती है। जिससे ट्रेन के ड्राइवर की गलती के बावजूद ट्रेन का एक्सीडेंट नहीं होगा। इस कंडीशन पर ट्रेन से अलर्ट मैसेज कंट्रोल रूम जाएगा। जिससे ट्रेन स्वंय रुक जाएगी।
52 सेकेंड में 100 की स्पीड
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक नई वंदेभारत एक्सप्रेस बुलेट ट्रेन से कम समय पर 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड पकड़ सकती है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में बुलेट ट्रेन का 55 सेकेंड में 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड पकडऩे का रिकार्ड है। जबकि नई वंदेभारत एक्सप्रेस सिर्फ 52 सेकेंड में पकड़ सकती है। यानी नए वंदेभारत कोचों के साथ वर्तमान की अपेक्षा वंदेभारत ट्रेन अधिक स्पीड से दौड़ेगी। जिससे सफर में कम समय लगेगा।
सफल रही दिल्ली-वाराणसी वंदेभारत
एनसीआर सीपीआरओ के मुताबिक देश में दिल्ली-कानपुर-वाराणसी के बीच चलाई गई पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदेभारत एक्सप्रेस के चार साल वेडनेसडे से पूरे हो चुके है। कोरोना के फस्र्ट फेज में लगे लॉकडाउन को छोड़ कर यह ट्रेन आज तक किसी भी कारण से कैंसिल नहीं की गई है। इसका मुख्य कारण ट्रेन की 100 ऑक्यूपेंसी है। इसके अलावा इन चार सालों में वंदेभारत ट्रेन 90 परसेंट टाइम पर रही है।
विदेशों में निर्यात भी किए जाएंगे
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक नए वंदेभारत कोच पूरी तरह से स्वदेशी हंै। कोच का एक-एक पार्ट इंडिया में बनाया गया है। इंडिया में बनाए गए वंदेभारत डिजाइन के कोच अन्य देशों की अपेक्षा 30 परसेंट कम खर्च में तैयार हुए हंै। लिहाजा वंदेभारत को विदेशों में भी काफी पसंद किया जा रहा है। कई दिनों ने कोचों को निर्यात करने की इच्छा भी जाहिर की है। भविष्य में रायबरेली रेल कोच फैक्ट्री में तैयार होने वाले वंदेभारत के कोच विदेशों में भी निर्यात किए जाएंगे।
आंकड़े
- 180 डिग्री पर चेयरकार की सीटें भी घूम सकेंगी
- 390 टन की होगी नई ट्रेन, अभी 435 टन की है
- 52 सेकेंड में 100 किमी की स्पीड पकड़ लेगी
-दुर्घटना रोकने को नए कोच ट्रेन &टीसीएएस&य से लैस
- 90 परसेंट टाइम पर संचालल रहा है ट्रेन का
- 100 परसेंट पैसेंजर्स ऑक्यूपेंसी वंदे भारत की
रायबरेली में तैयार होने वाले नए वंदेभारत एक्सप्रेस के कोच में एग्जीक्यूटिव कोच की तरह चेयरकार की सीट भी 180 डिग्री में पैसेंजर्स घुमा सकेंगे। इसके अलावा नए वंदेभारत कोचों में कई नए फीचर भी जोड़े गए हैं।
हिमांशु शेखर उपाध्याय, सीपीआरओ, एनसीआर