अमरीकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि मूल रूप से सीरिया का यासीन अल-सूरी ईरान में रह कर काम करता है। अमरीका ने कहा है कि वो ईनाम की पेशकश करके संगठन का वित्तीय ढांचा तोड़ना चाहता है जो कि उनके मुताबिक़ साल 2005 से ईरान से चल रहा है।
अमरीकी विदेश मंत्रालय के अधिकारी रॉबर्ट हार्टंग ने कहा है कि ये पहली बार है जब किसी 'आतंकवादी संगठन के वित्तीय सलाहकार' को पकड़ने के लिए इस तरह का जाल बिछाया गया है।
'ब्लैकलिस्टेड है अल-सूरी'
समाचार एजेंसी एपी के अनुसार हार्टंग ने कहा, ''अल-सूरी ईरान की मदद के साथ अलक़ायदा के लिए काम करने वाला एक समर्पित व्यक्ति है''। हार्टंग ने कहा, ''अलक़ायदा को वित्तीय मदद पहुंचाने की हौसियत से अल-सूरी अमरीका के लिए एक खतरा है''।
उन्होंने कहा कि अल-सूरी को इज़ेडिन अब्दुल अज़ीज़ खलील के नाम से भी जाना जाता है और वो अलक़ायदा और ईरान की सरकार के बीच समझौते के तहत पैसे और लोगों को पड़ोसी देश, मुख्य तौर पर अफ़ग़ानिस्तान, इराक और पाकिस्तान में भेजने में मदद करता है। अलक़ायदा को आर्थिक मदद पहुँचाने के कारण अमरीका ने अल-सूरी समेत पाँच लोगों को जुलाई में ही ब्लैकलिस्ट कर दिया था।
हार्टंग ने कहा कि साल 1984 से अमरीकी न्याय और ईनाम कार्यक्रम ने जानकारी मुहैया कराने के एवज में 70 से ज़्यादा लोगों को दस करोड़ डॉलर का ईनाम दिया है जिससे लोगों को न्याय दिलाने में मदद मिली है।
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