- बकाया भुगतान न होने पर एग्जाम न कराने पर अड़ा डीएवी स्टाफ
-फिजिक्स और फाइन आर्ट्स के प्रैक्टिकल के लिए लैब नहीं खुलने दे रहे नाराज टीचर्स और स्टाफ
-एग्जाम न होने पर वेडनेसडे को कॉलेज पहुंचे बड़ी संख्या में स्टूडेंट, वीआईपी रोड जामकर किया हंगामा
KANPUR: डीएवी कॉलेज के टीचर्स और स्टाफ को पारिश्रमिक नहीं दिया गया है। इससे टीचर्स और स्टाफ नाराज है। यह लोग लैब नहीं खुलने दे रहे हैं। इससे स्टूडेंट्स के प्रैक्टिकल नहीं हो पा रहे हैं। एग्जाम न होने पर वेडनेसडे को कई स्टूडेंट कॉलेज कैंपस पहुंचे और प्रैक्टिकल एग्जाम न होने पर हंगामा करना शुरू कर दिया। नारेबाजी करते हुए डीएवी कॉलेज के सामने जाम लगा दिया।
हमारी क्या गलती?
स्टूडेंट्स का कहना है कि अगर कॉलेज के टीचर्स और स्टाफ को एग्जाम कराने का भुगतान नहीं हो रहा है तो इसमें हमारी क्या गलती है। उनके एग्जाम क्यों नहीं कराए जा रहे हैं। गौरतलब है कि यह वह स्टूडेंट हैं जिनके लैब एग्जाम नहीं हो पाए थे। कानपुर, सीतापुर, हरदोई और लखीमनपुर समेत अन्य शहरों में संचालित डिग्री कॉलेजों में स्टडी कर रहे स्टूडेंट्स के लैब एग्जाम के लिए सेंटर डीएवी डिग्री कॉलेज बनाया गया है।
वार्षिक एग्जाम का बहिष्कार
इससे पहले ट्यूजडे को डीएवी प्रशासन ने माइक्रोबायलॉजी के लैब एग्जाम नहीं कराए थे। वेडनेसडे को बीए व बीएससी फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड ईयर के फिजिक्स और आर्ट्स के , द्वितीय व तृतीय वर्ष के भौतिकी और फाइन आर्ट्स के स्टूडेंट्स के लैब एग्जाम होने थे लेकिन उन्हें नहीं कराया गया। प्रिंसिपल डॉॅ। अमित कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि यूनिवर्सिटी से एग्जाम पारिश्रमिक फंड का हिसाब मांगा गया है। अभी तक यूनिवर्सिटी ने हिसाब नहीं दिया है। हर बार ऐसा ही होता है जब पारिश्रमिक की बात की जाती है तो स्पष्ट जवाब नहीं मिलता है। अगर भविष्य में भी पारिश्रमिक का नियमानुसार भुगतान नहीं हुआ तो लैब और रिटेन एग्जाम के बाद ईयरली एग्जाम का बहिष्कार किया जाएगा।
कूटा भी उतरा विरोध में
कूटा भी इसके विरोध में उतर आया है। संघ के अध्यक्ष डॉ। बीडी पांडेय ने बताया कि एग्जाम कराने पर मिलने वाले रुपए को स्पोर्ट्स, स्काउट गाइड, कल्चरल समेत दूसरे फंड मिलाकर दे दिया जाता है। इससे यह स्पष्ट नहीं होता कि इसमें एग्जाम कराने पर कितने रुपए मिले। इससे टीचर्स को कम पैसे मिल रहे हैं। किसी दूसरे मद के पैसों का इस्तेमाल पारिश्रमिक भुगतान में नहीं किया जा सकता।
यूनिवर्सिटी में कराएं एग्जाम
डीएवी में परीक्षाएं न होने के कारण विभिन्न शहरों से आए करीब 250 स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी पहुंचे। रजिस्ट्रार डॉ। अनिल कुमार यादव ने उन स्टूडेंट्स के एग्जाम यूनिवर्सिटी कैंपस में कराएं।
पूरा भुगतान मिलता है, हिसाब दें कॉलेज
रजिस्ट्रार डॉ। अनिल कुमार यादव का कहना है कि टीचर्स और स्टाफ को परीक्षा पारिश्रमिक का पूरा भुगतान किया जाता है। दूसरी मद का पैसा भी यूनिवर्सिटी का है। एग्जाम के लिए दी गई राशि व दूसरी मदों का हिसाब कई कॉलेजों से मांगा गया है। उन्होंने अभी तक हिसाब नहीं दिया है।