- कल्याणपुर पुलिस ने किया गैंग का भंडाफोड़, तीन शातिर गिरफ्तार, सरगना फरार

- आईडी लेकर खुलवा लेते थे बैंक एकाउंट और वारदात के लिए खरीद लेते थे सिम

kanpur : शहर में ठगों के एक से एक शातिर गैंग एक्टिव हैं। जो बेरोजगारों को अपना शिकार बना रहे हैं। कल्याणपुर पुलिस ने बेरोजगारों को अपने जाल में फंसाकर उनकी आईडी से साइबर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने बिल्हौर निवासी घनश्याम, नारामऊ निवासी आशीष सिंह उर्फ हड्डी और सचिन सिंह को अरेस्ट किया है। गैंग लीडर प्रयागराज निवासी अमित यादव फरार है। पुलिस ने स्टेप ग्लोबल सर्विसेज और मैट्रिक्स इंफो सॉल्यूशन कंपनी के ऑफिस से बड़ी संख्या में बैंक पासबुक, चेकबुक, एटीएम, मोबाइल, सिमकार्ड, दो कार, एक बाइक, एक डेस्कटॉप और चार लैपटॉप बरामद किए हैं।

ऐसे होता था पूरा खेल

किराए की जगह पर ऑफिस बनाकर नौकरी का विज्ञापन दिया जाता है। बेरोजगार युवा यहां संपर्क करते हैं तो रजिस्ट्रेशन के नाम पर 2000 और 500 रुपये सिक्योरिटी फीस ली जाती है। उसके बाद इनकी आईडी और फोटो लिए जाते हैं। इनका बैंक खाता खुलवाकर कंपनी वाले एटीएम कार्ड अपने पास रख लेते हैं। वहीं बेरोजगारों की आईडी पर लिया सिमकार्ड साइबर ठगों तक पहुंचा दिया जाता है। जिसे गिरोह का सरगना अमित यादव अंजाम देता था। इसी सिम से कॉल कर ठग लोगों को फंसा लेते हैं और इन्हीं की आईडी पर खुले खातों में रकम मंगाते हैं। जिन बेरोजगारों का खाता होता है, उन्हें थोड़े रुपये देकर शांत कर दिया जाता है और खाता का लेन देन बंद कर दिया जाता है।

इस तरह पहुंची पुलिस

साइबर ठगी के मामले में पुलिस जांच कर रही थी। इसी दौरान कल्याणपुर निवासी गौरव के नाम से सिम और गौरव के खाते में ही रुपये आने की जानकारी हुई। पुलिस ने गौरव को ट्रेस किया तो पता चला कि उसने स्टेप ग्लोबल सर्विसेज में नौकरी के लिए अप्लाई किया था। 2000 रुपये की रजिस्ट्रेशन पर्ची दिखाकर उसने बताया कि उसे वेट करने के लिए कहा गया है। बैंक अकाउंट खुलवाने के नाम पर आईडी लेने की जानकारी भी गौरव ने दी। पुलिस स्टेप ग्लोबल सर्विसेज की गुप्त जांच की तो पूरी हकीकत सामने आ गई।

40 लाख की ठगी कर चुके

अरेस्ट क्रिमिनल्स के पास से मिले बैंक खातों की डिटेल निकाली गई तो पुलिस टीम की आंखें खुली की खुली रह गईं। बीते तीन महीने के अंदर खोले गए 45 खातों में 40 लाख का लेनदेन हुआ है। शातिरों ने बताया कि तीन महीने में दोनों कंपनियों में 177 मेंबर्स बनाए गए हैं। जिनमें से कुछ को कंपनी में ही मेंबर्स बनाने का काम दिया गया। एक मेंबर बनाने के कर्मचारी को 500 रुपये दिए जाते हैं।

गिरोह के तीन शातिरों की अरेस्टिंग की गई है। गैंग सरगना की तलाश में छापेमारी की जा रही है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

डॉ। अनिल कुमार, एसपी वेस्ट