कानपुर (ब्यूरो)। मंडे को एक बार फिर से रफ्तार का कहर देखने को मिला। बिल्हौर कोतवाली क्षेत्र के माखन पुरवा गांव के पास दोपहर एक तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे बैठे तीन किसानों को रौंद कर मार डाला। हादसा शाम 3:30 बजे का है। माखन पुरवा गांव निवासी 63 साल के सुरेंद्र सिंह, 62 साल के अहिबरन सिंह और टीका पुरवा गांव निवासी 65 साल के माखन पुरवा गांव के सामने एक आम के पेड़ की छाया में बैठे बात कर रहे थे। तभी अचानक आई कार तीनों को रौंदते हुए सड़क किनारे गड्ढे में पलट गई।
मौके पर ही तोड़ा दम
हादसा होते ही आसपास के लोग तेजी से घटनास्थल की ओर भागे। हादसा इतना जबरदस्त था कि सिर पर गंभीर चोट आने की वजह से तीनों बुजुर्गों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं कार से निकल कर भागने की कोशिश कर रहे ड्राइवर को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया और जमकर पीट दिया। इसके बाद बुजुर्गों और स्थानीय राहगीरों के बीच बचाव के बाद मौके पर आई डॉयल-112 की पुलिस टीम ने ड्राइवर को भीड़ से बचाकर हिरासत में लिया। इधर, घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया। देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में लोग लखनऊ इटावा राजमार्ग पर खड़े हो गए और प्रशासन की हीला हवाली पर नाराजगी व्यक्त करने लगे।
एक घंटे लगा रहा जाम
हादसे के लगभग एक घंटे बाद मौके पर पहुंचे कोतवाल सुरेंद्र सिंह ने परिजनों को किसी प्रकार शांत कराने का प्रयास किया। लेकिन, परिजन किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थे। हादसे में कमसान गांव के ग्राम प्रधान जय सिंह के बड़े भाई सुरेंद्र सिंह की भी मौत हो गई। उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद घटना स्थल से शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा वहां से फिर पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए कानपुर भेजा गया।