कानपुर(ब्यूरो)। घाटमपुर पुलिस ने परमेन्दर हत्याकांड का खुलासा कर चार लोगों को गिरफ्तार किया है। परमेन्दर की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके ताऊ ने प्रापर्टी के लालच में सुपारी देकर कराई थी। पुलिस ने चारों को जेल भेज दिया है, आरोपियों के पास से पुलिस ने 10 हजार रुपये नकद, एक तमंचा कारतूस और हत्या में इस्तेमाल की गई बाइक बरामद की है।
1,60,000 की सुपारी दी थी
पुलिस हिरासत में ताऊ राजबहादुर ने बताया कि उसने परमेन्दर के पिता को दहेज हत्या में जेल जाने पर उसकी पैरवी और परमेन्दर के पालन पोषण में काफी पैसा ये सोचकर खर्च किया था कि सारी संपत्ति उसे मिल जाएगी। परमेन्दर की शादी तय होने पर संपत्ति हाथ से जाती दिखी तो उसने हत्या की योजना बना ली। उसने घाटमपुर के मोहनपुर निवासी देशराज उर्फ प्रताप नारायण के साथ मिलकर योजना बनाई और गजनेर के नारायणपुर निवासी सुनील उर्फ छंगा और बर्रा के दामोदर नगर निवासी बबलू उर्फ सुल्तान को एक लाख साठ हजार रुपये की सुपारी देकर हत्या का प्लान बनाया।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
प्रभारी निरीक्षक विक्रम सिंह ने बताया कि 9 जूुन को परमेन्दर की शादी होनी थी, कुछ दिन पहले ही परमेन्दर ने बांस बेचे थे। राजबहादुर ने फोन कर परमेन्दर बांस के रुपये का बंटवारा करने को बुलाया था। जहां चारों लोगों ने पहले शराब पी और उसके बाद उसकी हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पहचान कराई और परमेेन्दर की बुआ ने हत्या का मुकदमा अज्ञात के खिलाफ दर्ज कराया।
इस तरह से हत्या का खुलासा
ब्लाइंड मर्डर में पुलिस हत्योपियों का सुराग लगा रही थी। इसी दौरान थाने के प्रभारी निरीक्षक का ट्रांसफर हो गया। नए प्रभारी निरीक्षक ने नए सिरे से जांच शुरू की। परमेन्दर को पालने वाली बुआ से जब बात की गई तो पता चला कि परमेन्दर ताऊ राज बहादुर से बात कर रहा था। पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तो मामला खुलकर सामने आ गया। पुलिस ने जब ताऊ राजबहादुर से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सब कुछ खुल कर बता दिया। उसके बाद पुलिस ने मोहनपुर निवासी देशराज उर्फ प्रताप नारायण को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
घाटमपुर में 8 जून की सुबह परमेन्दर की हत्या कर शव फेंका गया था पुलिस ने वारदात का खुलासा करते हुए मृतक के ताऊ समेत चार को गिरफ्तार किया है।
रविंद्र कुमार, डीसीपी साउथ