-आईटी एक्सपर्ट बनाया जाएगा, नहीं सामने आएगी बेरोजगारी की समस्या
- बीटेक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कोर्स की सीएसजेएमयू को मिली मान्यता
-150 सीटों पर स्टूडेंट्स को मिलेगा एडमिशन, सीएस-आईटी मर्ज, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ब्रांच मिलाकर
- 02 कोर्स पीजीडी व बीटेक के अलावा कंप्यूटर साइंस से एमएससी की पढ़ाई भी इसी साल शुरू होगी
<-आईटी एक्सपर्ट बनाया जाएगा, नहीं सामने आएगी बेरोजगारी की समस्या
- बीटेक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कोर्स की सीएसजेएमयू को मिली मान्यता
-क्भ्0 सीटों पर स्टूडेंट्स को मिलेगा एडमिशन, सीएस-आईटी मर्ज, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ब्रांच मिलाकर
- 0ख् कोर्स पीजीडी व बीटेक के अलावा कंप्यूटर साइंस से एमएससी की पढ़ाई भी इसी साल शुरू होगी
KANPUR: kanpur@inext.co.in
KANPUR: डिजिटल वर्ल्ड के लिए यूआईईटी के स्टूडेंट्स को तैयार किया जाएगा। तकनीक के साथ कदमताल करने से स्टूडेंट्स को ज्यादा पैकेज वाले ऑफ मिलेंगे। सीएसजेएम यूनिवर्सिटी ने ऐसे छात्र तैयार करने के लिए यूआईईटी में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डेटा साइंस एंड मशीन लर्निंग व आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में बीटेक का कोर्स शुरू करने जा रहा है। छात्र उन हाईटेक उपकरणों पर प्रैक्टिकल स्टडी करके खुद को परिपक्व करेंगे जिनका इस्तेमाल बड़ी बड़ी कंपनियों में शुरू हो चुका है। आने वाले समय में बिना इस टेक्निक के डिजिटल वर्ल्ड की कल्पना नहीं की जा सकेगी।
बीटेक एआई कोर्स को मान्यता
सेशन ख्0ख्क्-ख्ख् के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद यानी एआईसीटीई ने बीटेक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कोर्स को मान्यता दे दी है। पीजीडी व बीटेक के दो कोर्स के अलावा कंप्यूटर साइंस से एमएससी की पढ़ाई भी इसी साल शुरू होगी। खास बात यह है कि बीटेक कंप्यूटर साइंस में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की ब्रांच को शामिल किया गया है जिसके बाद सीएस एआई की क्भ्0 सीटें हो गई हैं। डिजिटल टेक्नोलाजी के इन नए कोर्स को शुरू करने के लिए यूआईईटी के सीनियर टीचर की टीम ने इसका प्रारूप तैयार किया है।
हाईटेक लैब तैयार
यूआईईटी की डायरेक्टर डा। बृष्टि मित्रा ने बताया कि इन कोर्स के लिए हाईटेक लैब तैयार हैं। कोर्स को ध्यान में रखते हुए कुछ नई प्रयोगशालाएं स्थापित किए जाने की योजना भी बनाई जा रही है। चूंकि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, डेटा साइंस एंड मशीन लर्निंग व एमएससी कंप्यूटर साइंस इन सभी कोर्स की पढ़ाई का मुख्य भाग प्रैक्टिकल स्टडी है इसलिए उस पर फोकस किया जा रहा है। इसका लाभ नए सेशन से छात्रों को मिलने लगेगा।
पांच हजार छात्रों को मिली डिग्री
सीएसजेएम यूनिवर्सिटी से डिग्री निकलवाने के लिए स्टूडेंट्स को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। पहले दो महीने व उससे अधिक समय में डिग्री मिला करती थी वहां अब उन्हें हाथों हाथ वह दी जा रही है। इतना ही नहीं आनलाइन आवेदन करने के कुछ दिन के अंदर डाक के जरिए डिग्री उनके घर पहुंच रही है। बीते क्भ् दिनों में पांच हजार छात्रों को डिग्री मिल चुकी है इसमें कई छात्र ऐसे हैं जिनके घर पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने डिग्री पहुंचाई है।
महीनों की दौड़ से बचेंगे
सीएसजेएमयू में छात्र छात्राओं को डिग्री लेने के लिए पहले काफी मुशक्कत करनी पड़ती थी। इटावा, औरैया, फर्रुखाबाद, उन्नाव, कन्नौज समेत अन्य जिलों से वह डिग्री लेने आते थे लेकिन उन्हें वह तय समय पर नहीं मिल पाती थी। कई बार छात्रों को इसके लिए कई महीने चक्कर लगाने पड़ जाते थे। इस बात को ध्यान में रखते हुए वाइस चांसलर प्रो। विनय पाठक ने छात्रों की डिग्री व मार्कशीट आसानी से मुहैया कराने के लिए स्टूडेंट सपोर्ट सिस्टम बनाया है। इसने छात्र छात्राओं की राह आसान करके उनका तनाव दूर किया है। इस सेंटर पर डिग्री लेने के लिए आने वाले छात्रों को खड़े रहने की जरूरत नहीं होती है। वर्ष व रोल नबंर बताने पर वहीं पर छात्र का रिकार्ड देखकर उन्हें कुछ ही घंटों में डिग्री दे दी जाती है।