- रावतपुर के पास एसटीएफ ने 25 लाख की चरस के साथ दो लोगों को किया गिरफ्तार
- 15 किलो चरस और 1900 रुपये बरामद, नशे की खेप मंगाने वाले ड्रग माफिया की तलाश
>KANPUR: शहर में नेपाल और बिहार से चरस लाकर बेची जा रही है। अनलॉक होने के बाद से इन तस्करों की आवाजाही शहर में शुरू हो गई है। बिहार से 15 किलो चरस की सप्लाई करने आए दो कैरियर को एसटीएफ की टीम ने शनिवार देर रात रावतपुर बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से दो बैग में 25 लाख रुपये कीमत की चरस बरामद हुई। पुलिस नशीला पदार्थ मंगाने वाले रसूलाबाद कानपुर देहात के ड्रग्स माफिया की तलाश में जुटी है। आरोपितों से बरामद हुए चार मोबाइल फोन की कॉल डिटेल के जरिए गिरोह के नेटवर्क को खंगाला जा रहा है। नवाबगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
लंबे समय से सप्लाई
पुलिस के मुताबिक कानपुर और आसपास के जिलों में नशीले पदार्थों की बड़े पैमाने पर खरीद फरोख्त हो रही है। चरस नेपाल से बिहार के रास्ते यूपी में पहुंचाई जा रही है। इसी सूचना पर शनिवार देर रात रावतपुर बस स्टैंड पर मोतिहारी बिहार चकिया थानाक्षेत्र निवासी इरशाद व रसूलाबाद के सेठऊपुरवा निवासी शमीम अली को गिरफ्तार किया गया। इरशाद गोरखपुर, लखनऊ होते हुए 15 किलो चरस कानपुर लाया था। इरशाद ने पूछताछ में बताया कि कानपुर देहात के रसूलाबाद में रहने वाला राजेश पांडेय उर्फ परशुराम उर्फ सलमान लंबे समय से चरस और गांजे की बिक्री कर रहा है।
5 साल पहले पकड़ा गया था
पांच साल पहले परशुराम नेपाल से चरस लाते समय मीरगंज (नेपाल) में पकड़ा गया था। तीन साल तक जेल में रहा और छूटने के बाद फिर नशीले पदार्थों की बिक्री करने लगा। ये चरस इरशाद उसी के लिए ला रहा था। बदले में 10 हजार रुपये मिलने थे। शमीम ने बताया कि राजेश ने उसे माल की डिलीवरी लेने भेजा था।
एसटीएफ की एक टीम जाएगी बिहार
एसटीएफ को बिहार से माल भेजने वाले डीलर फिरोज की जानकारी मिली है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए एक टीम जल्द बिहार रवाना की जाएगी। इंस्पेक्टर ने बताया कि डीलर मीरगंज बार्डर से चरस लाकर मोतिहारी में स्टॉक करते हैं। वहां से डिमांड के मुताबिक विभिन्न राज्यों और जिलों में सप्लाई करते हैं।