कानपुर(ब्यूरो)।सेंट्रल गवर्नमेंट की रिवैम्प्ड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम में केस्को के दो अहम प्रोजेक्ट पास हो गए हैं। करीब 964 करोड़ वाले एटीसी लॉस रिडक्शन और स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट को ग्र्रीन सिग्नल मिल गया है, हालांकि मॉडर्नाइजेशन का प्रोजेक्ट अटक गया है। इससे केस्को ऑफिसर्स को झटका लगा है लेकिन उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी है। वो प्रोजेक्ट के आगे अप्रूव होने की उम्मीद जता रहे हैं।
1684.35 करोड़ के तीन प्रोजेक्ट
पिछले वर्ष सेंट्रल गवर्नमेंट ने 3,03,758 करोड़ के बजट वाली रिवैम्प्ड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम लांच की थी। इसमें बिजली चोरी-लाइनलॉस को कम करने के साथ पॉवर सप्लाई सिस्टम बेहतर बनाना है। टारगेट बेस इस स्कीम के तहत फाइनेंशियल हेल्प के लिए यूपी सहित अन्य स्टेट से प्रपोजल मांगे गए थे। इसमें तीन कैटेगरी में प्रपोजल भेजने थे। जिसमें लॉस रिडक्शन, स्मार्ट मीटरिंग और मॉडर्नाइजेशन शामिल था। केस्को ने भी यूपीपीसीएल के जरिए 1672 करोड़ का प्रपोजल भेजा था।
अब तक दो प्रोजेक्ट पास
केस्को ने सेंट्रल गवर्नमेंट की रिवैम्प्ड स्कीम के अन्र्तगत तीनों कैटेगरी में लॉस रिडक्शन, स्मार्ट मीटरिंग और मॉर्डनाइजेशन के प्रोजेक्ट भेजे थे। कुल मिलाकर यह तीनों प्रोजेक्ट करीब 1684 करोड़ रुपए के थे। इसमें लॉस रिडक्शन कैटेगरी में 713.42 करोड़ का प्रोजेक्ट भेजा गया था। इसमें 614 करोड़ रुपए की मंजूरी मिली है। इसमें केस्को को एग्र्रीगेट टेक्निकल लॉस(एटीसी) कम करके 8 परसेंट के करीब लाने का टारगेट दिया गया है। इसी तरह स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट की कैटेगरी में 340 करोड़ पास किए गए। इसमें सेंट्रल गवर्नमेंट ने सभी कन्ज्यूमर्स के यहां प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाने की शर्त लगाई। है। हालांकि अब तक पॉवर सप्लाई के मॉडर्नाइजेशन का प्रोजेक्ट पास नहीं हुआ है।
पहले दोनो प्रोजेक्ट
केस्को ऑफिसर्स के मुताबिक माडर्नाइजेशन प्रोजेक्ट को अब तक मंजूरी नहीं मिली है, लेकिन यह प्रोजेक्ट रिजेक्ट भी नहीं हुआ है। फिलहाल पास किए गए लॉस रिडक्शन और स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट पर काम करने को कहा गया है। लॉस रिडक्शन प्रोजेक्ट को लेकर बिजली चोरी वाले मोहल्लों में अंडरग्र्राउंड केबलिंग, एबीसी आदि कार्य कराए जाएंगे। वहीं जुलाई से स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे।
ये कार्य होने थे
दरअसल लॉस रिडक्शन प्रोजेक्ट के अंर्तगत ज्यादातर कार्य बिजली चोरी वाले मोहल्ले में हैं। वहीं मॉडर्नाइजेशन के अंर्तगत पॉवर सप्लाई सिस्टम बेहतर किए जाने पर कार्य करना था। जिससे लोगों को ट्रिपिंग फ्री पॉवर सप्लाई मिल सके। खासतौर पर ईमानदार और समय पर बिल भरने वाले कन्ज्यूमर्स को। इसके लिए सबस्टेशनों का मॉर्डनाइजेशन, उनकी कैपेसिटी बढ़ाना, नए ट्रांसफॉर्मर लगाना, जर्जर केबल, कंडक्टर व पोल बदलना आदि कार्य शामिल हैं। इसके अलावा इन सबस्टेशनों को स्मार्ट पॉवर सप्लाई सिस्टम सुपरवाइजरी कन्ट्रोल एंड डाटा एक्वीशन (स्काडा) से जोडऩा है।
रिवैम्प्ड स्कीम के अंतर्गत केस्को के लॉस रिडक्शन और स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट पास हो चुके हैं। इनको अमल में लाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। आगे चलकर माडर्नाइजेशन का प्रोजेक्ट भी पास होने की पूरी उम्मीद है।
संजय श्रीवास्तव, डायरेक्टर केस्को