- न्यूरो साइंस सेंटर के कोविड-19 आईसीयू में देर रात हुई मौत, विद्युत शवदाह गृह बंद होने की वजह से सुबह क्रिमिनेशन के लिए भेजा गया शव
-एसजीपीजीआई से आई सभी जांच रिपोर्ट निगेटिव, अभी 14 सैम्पल की रिपोर्ट आना बाकी, अब जीएसवीएम में ही होगी कोराना वायरस की जांच
KANPUR: एलएलआर हॉस्पिटल के न्यूरो साइंस सेंटर में बने कोविड-19 आईसीयू में दो संदिग्ध पेशेंट की मौत हो गइई। संडे देररात कोरोना संदिग्ध महिला ने वहीं मंडे शाम को एक पुरष ने दम तोड़ दिया। महिला को शुक्रवार शाम को ही बेहद नाजुक हालत में सीधे आईसीयू में भर्ती कराया गया था। किदवई नगर की रहने वाली 57 साल की महिला को फेफड़ों में प्रॉब्लम होने पर पहले मुरारी लाल चेस्ट हॉस्पिटल की इमरजेंसी ले जाया गया। जहां कोरोना वायरस की आशंका होने पर डॉक्टर्स ने फौरन हैलट की मेटर्निटी विंग में बने आइसोलेशन वार्ड में भेजा। जहां महिला की नोज और थ्रोट स्वॉव का सैंपल लेकर फौरन आईसीयू मे शि ट कर दिया। जहां देर रात उनकी मौत हो गई।
सैनेटाइज करने के बाद
मौत के बाद शव को परिजनों को नहीं दिया गया। कोविड-19 ट्रीटमेंट और शव डिस्पोजल के प्रोटोकॉल के मुताबिक ही शव को सैनेटाइज करते हुए सील किया गया। इसके बाद दो परिजनों को भी प्रोटेक्टिव किट पहना कर चार लोगों की मेडिकल टीम के साथ एंबुलेंस में सुबह भैरोघाट विद्युत शवदाह गृह भेजा गया। एलएलआर हॉस्पिटल के एसआईसी डॉ.आरके मौर्या ने बताया कि महिला बेहद क्रिटिकल हालत में भर्ती हुई थी। वायरस संक्रमण की आशंका पर कोविड-19 आइसीयू में उनका ट्रीटमेंट हुआ। मौत देर रात को ही हो गई थी। प्रोटोकॉल के तहत सस्पेकेड केस की भी अगर मौत होती है जिसकी रिपोर्ट आना बाकी है। उस केस में शव का डिस्पोजल प्रोटोकॉल के मुताबिक ही किया जाएगा।
डेड बॉडी डिस्पोजल का प्रोटोकॉल तय
एलएलआर हॉस्पिटल के एसआईसी डॉ.आरके मौर्या ने बताया कि कोविड-19 के सस्पेक्टेड और कंफर्म पेशेंट्स की मौत होने पर उनकी बॉडी को कैसे डिस्पोज किया जाएगा। इसके लिए एक चेकलिस्ट तय की गई है। बॉडी को सोडियम हाइपोक्लोराइड सॉल्यूशन से सेनेटाइज किया जाएगा। इसके बाद उसे सील कर करके बॉडी कवर के ऊपर पेशेंट का नाम और पता लिखा जाएगा। इस संबंध में स्वरूप नगर थाने में सूचना भी दी जाएगी। बॉडी के डिस्पोजल के पूरे प्रोटोकॉल को फॉलो कराने की जिम्मेदारी डॉ। एसके गौतम और डॉ.आलोक वर्मा को दी गई है। बॉडी को सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे के बीच ही डिस्पोज कराया जाएगा। बॉडी घर नहीं ले जाने दी जाएगी। उसे सीधे दो परिजनों और 4 लोगों की मेडिकल टीम के साथ विद्युत शवदाह गृह ही भेजा जाएगा।
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ये है डिस्पोजल का प्रोटाकॉल
-बॉडी कैमिकल से सैनेटाइज किया जाएगा
-बॉडी को सील कर कवर किया जाएगा
-कवर के ऊपर पेशेंट का नाम व एड्रेस
-नजदीकी थाने में भी इसकी सूचना दी जाएगी
-परिजनों को बॉडी घर नहीं ले जानी दी जाएगी
-दो परिजनों को मिलेगी बॉडी, मेडिकल टीम के 4 लोग भी रहेंगे
-सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे के बीच ही डिस्पोजल
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मरकज से लौटा जमाती आईसीयू में भर्ती
निजामुद्दीन दिल्ली के तब्लीगी मरकज में 19 से 21 मार्च तक रहे 29 साल के युवक को गंभीर हालत में न्यूरो साइंस सेंटर के कोविड-19 आइईसीयू में भर्ती कराया गया.वह दिल्ली से कार से लॉकडाउन के ठीक पहले लौटा था। इतने दिनों से वह हलीम कॉलेज के पास अपने घर में ही रुका हुआ था। हॉटस्पॉट एरिया होने और डोर टू डोर सर्वे के बाद भी उसके बारे में पता नहीं चला। ट्यूजडे को हालत बिगड़ने पर वह खुद हैलट के मेटरर्निटी ब्लॉक की लू ओपीडी पहुंचा। जहां जांच के लिए सैंपल लेने के साथ ही उसे आइसीयू में भर्ती किया गया। मेटर्निटी ब्लॉक के आइसोलेशन वार्ड में अभी 6 कोरोना पॉजिटिव जमाती मिला कर कुल 10 लोग भर्ती हैं। जबकि न्यूरो साइंस सेंटर के आईसीयू में 3 लोगों का ट्रीटमेंट चल रहा है।
मरने वाले दो संदिग्धों की रिपोर्ट निगेटिव
हैलट के आईसीयू मे बीते दिनों मरे दो लोगों की कोविड-19 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। सीएमओ डॉ.अशोक शुक्ल ने बताया कि एसजीपीजीआई से कल जितने भी सैंपल की रिपोर्ट आई, सभी निगेटिव थी। उसमें आजाद नगर के 72 साल के बुजुर्ग और घाटमपुर के एक शख्स की रिपोर्ट भी शामिल है। जिनकी हैलट में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इसके अलावा अभी 14 के करीब सैंपलों की रिपोर्ट आना बाकी है। अब से सारी जांचे जीएसवीएम मेडिकल कालेज की लैब में ही कराई जाएंगी।