कानपुर (ब्यूरो)। गंगा का जलस्तर एक बार फिर से बढ़ रहा है। जलस्तर बढऩे से शुरू हुई कटान में दो मकान गंगा में समा गए। पुराना कानपुर स्थित सरयू पुरवा में लोगों ने गंगा किनारे मकान बना लिए हैं। ट्यूजडे नाइट का गंगा में कटान बढऩे से दो मकानों के पीछे का हिस्सा टूटकर गंगा में बह गया। गंगा कटरी किनारे आवास बनाकर रह रहे बाबू लाल ने बताया कि रात में मकान के पीछे के हिस्से की अचानक तेज आवाज आई। और देखते ही देखते मकान गंगा में समा गया। पूरी गृहस्थी भी मकान के साथ बह गई। वहीं रमेश के मकान का आधा हिस्सा टूटकर गंगा में चला गया।

खाली कराए मकान
मकान ढहने की सूचना पर कोहना थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। प्रशासन के अधिकारियों ने भी टूटे मकानों का निरीक्षण किया। गंगा का जलस्तर 8 सेमी बढऩे के बाद आसपास बने मकानों को खाली कराया जा रहा है। लोगों को पास ही बने मन्नी पुरवा के सरकारी स्कूल में रुकवाया गया है।

लगातार बढ़ रहा गंगा का जलस्तर
अगस्त मंथ में फिर से शुरू हुई बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मैदानी इलाकों के साथ हरिद्वार और नरौरा डैम से रोजाना कानपुर की तरफ करीब ढाई लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसके चलते गंगा का जलस्तर तेजी से बढऩे लगा है। बीते 12 घंटों की बात करें तो गंगा को 8 सेमी जलस्तर बढ़ गया है। वहीं गंगा बैराज के सभी 30 गेट दोबारा से खोल दिए गए हैं।

गंगा बैराज में वेडनेसडे का जलस्तर
-गंगा बैराज के अपस्ट्रीम । 113.52 मीटर
-डाउनस्ट्रीम में जलस्तर। 113.30 मीटर