कानपुर (ब्यूरो) कानपुर-झांसी रेल रूट के पैसेंजर्स को राहत देने के लिए उसको डबल लेन करने की प्लानिंग रेलवे ने बनाई थी। इस प्रोजेक्ट की कास्ट 2240 करोड़ रुपए है। डबल लेन का कार्य जुलाई में 84 परसेंट लगभग पूरा हो चुका है। शेष बचा हुआ कार्य तेजी से चल रहा है। जो अगस्त तक खत्म होने की आशंका जताई जा रही है। उन्होंने बताया के कानपुर से झांसी तक लगभग 204 किमी का डबल लेन डाली जानी है। इसमें 184 किमी में डबल लेन का काम पूरा हो चुका है।

डेढ़ से दो घंटे समय बचेगा
झांसी डिवीजन के रेलवे अधिकारियों के मुताबिक पहले कानपुर-झांसी रेल रूट सिंगल लेन का था। ट्रेनों के संचालन के दौरान अप रूट की ट्रेन को पास कराने के लिए डाउन रूट की ट्रेन को निर्धारित स्टेशन पर रोकना पड़ता है। जिससे कानपुर से झांसी तक लगभग 204 किमी के सफर में डेढ़ घंटे से अधिक समय बर्बाद होता है। वर्तमान में झांसी से भीमसेन के बीच लगभग 100 किमी तैयार हो चुके डबल ट्रैक को बीते दिनों चालू कर दिया गया था। बचे हुए हिस्से पर डबल ट्रैक का काम तेजी से चल रहा है। डबल ट्रैक कंपलीट होने पर कानपुर से झांसी का सफर ट्रेनें तीन घंटे में पूरा कर लेंगी। वर्तमान में यही सफर पूरा करने में साढ़े पांच घंटे का समय लगता है।

मुम्बई रूट की 6 जोड़ी ट्रेेनें
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, वर्तमान में कानपुर से झांसी होकर मुम्बई जाने वाली 6 जोड़ी ट्रेनों का डेली आवागमन है। भीमसेन से झांसी के बीच इन ट्रेनों की अधिकतम स्पीड 80 किमी प्रति घंटे के आसपास होती है। भीमसेन से झांसी तक डबल ट्रैक चालू होने के बाद मुम्बई रूट की ट्रेनें 130 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चल सकेंगी। इससे इन ट्रेनों मे जर्नी करने वाले हजारों पैसेंजर्स को राहत मिलेगी।

- 84 परसेंट डबल लेन का काम हो चुका है पूरा
- 206 किमी कुल डबल लेन बिछाया जाना है
- 2240 करोड़ रुपए है प्रोजेक्ट की कास्ट
- 130 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेंगे ट्रेनें
- 3 साल से प्रोजेक्ट पर चल रहा है काम
- 6 जोड़ी मुम्बई रूट की ट्रेनों का डेली आवागमन रूट पर
- 8 जोड़ी एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों का संचालन

कानपुर-भीमसेन से झांसी तक डबल ट्रैक बिछाने का काम 84 परसेंट पूरा हो चुका है। सितंबर तक काम कंपलीट हो जाएगा। जिसके बाद कानपुर-मुम्बई रूट की ट्रेनें भी हाईस्पीड पर दौड़ सकेंगी।
मनोज कुमार, पीआरओ, झांसी डिवीजन