कानपुर(ब्यूरो)। सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के विरोध में बिहार में हुए हिंसक प्रदर्शन के चलते दिल्ली-हावड़ा रेल रूट कई घंटों तक प्रभावित रहा। जिसकी वजह से आम्रपाली, लिच्छवी एक्सप्रेस समेत तीन ट्रेनें रास्ते में फंस गईं। ट्रेनों के घंटों लेट होने पर उनके इंतजार में कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर सैकड़ों पैसेंजर्स के पसीने छूट गए। थर्सडे की शाम सात बजे तक कानपुर आने वाली ट्रेनें देर रात 2 बजे तक कानपुर नहीं पहुंची थी। इन ट्रेनों में जर्नी करने वाले पैसेंजर्स को पूरी रात स्टेशन पर काली करनी पड़ी।

सुबह कानपुर पहुंचेगी
बिहार के आरा स्टेशन पर सैकड़ों की संख्या में अचानक पहुंचे उपद्रवियों ने स्टेशन पर पथराव कर एक रेल कोच में आग लगा दी। इस तरह के प्रदर्शन बिहार में कई स्थानों पर हुए। घटना की वजह से बिहार के विभिन्न इलाकों में ट्रेनों का संचालन चार से पांच घंटे बंद रहा। इसमें कानपुर आने वाली आम्रपाली, लिच्छवी व कामाख्या एक्सप्रेस भी फंस गई। तीनों ट्रेनें निर्धारित समय से 7 से 10 घंटे लेट से चल रही हैं।


शाम 7 से 9 के बीच तीनों ट्रेनें
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक कटियार से अमृतसर चलने वाली आम्रपाली एक्सप्रेस थर्सड की शाम 7.50 बजे कानपुर सेंट्रल आती है। शाम 8 बजे लाइव लोकेशन लेने पर पता चला कि ट्रेन अभी गोरखपुर में ही है। इसके अलावा सीतामढ़ी से आनंद विहार चलने वाली लिच्छवी एक्सप्रेस का कानपुर में पहुंचने का समय शाम 8.55 बजे है। शाम 8 बजे इसकी लाइव लोकेशन लेने पर पता चला कि ट्रेन अभी शिवांग में ही है। जहां से कानपुर आने में ट्रेन को लगभग 10 घंटे का समय चाहिए। इसके अलावा कामाख्या से गांधीधाम चलने वाली कामाख्या एक्सप्रेस का कानपुर आने का समय शाम 7.20 का है। लाइव लोकेशन लेने पर पता चला कि यह भी ट्रेन अपने निर्धारित समय से 12 घंटे से अधिक लेट चल रही है। जो कि कानपुर में फ्राइडे की सुबह ही पहुंचने के आसार हैं।