कानपुर (ब्यूरो) कोहरे की वजह से दर्जनों ट्रेनों के दो माह के लिए कैंसिल होने से पैसेंजर्स को यूपी के विभिन्न जिलों के लिए सफर करने के लिए काफी परेशानी हो रही है। लिहाजा अब पैसेंजर्स के पास बस में सफर करने का आखिरी ऑप्शन बचा हुआ है। यही कारण है कि बीते एक सप्ताह में रोडवेज बसों में पैसेंजर्स लोड बढ़ गया है। अचानक पैसेंजर्स लोड बढऩे से बसों की संख्या रूटों में कम पड़ रही हैं।

ट्वीट व सोशल मीडिया के माध्यम से
कानपुराइट्स समेत यूपी के विभिन्न जिलों के लोगों को रूट में बसों की संख्या कम होने से परेशानी फेस करनी पड़ रही है। लिहाजा कानपुर समेत विभिन्न जिले के लोग ट्विटर समेत अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से रोडवेज के एमडी व रोडवेज डिपार्टमेंट के ट्विटर हैंडल में मैसेज देकर रूटों में बसों की संख्या बढ़ाने का आग्रह कर रहे हैं। जिससे उनको अपनी रूट की बसों के लिए दो से तीन घंटे का इंतजार न करना पड़े।

मैरिज सीजन ने बढ़ाई समस्या
ट्रेनों के कैंसिलेशन की वजह से जहां वैसे ही ट्रांसपोर्ट की समस्या लोगों को फेस करनी पड़ रही है। वहीं मैरिज सीजन ने और समस्या बढ़ा दी है.लोग फैमिली के साथ विभिन्न जिलों में रहने वाले अपने रिलेटिव के घर मैरिज में सम्मलित होने जा रहे हंै। इसकी वजह से भी रोडवेज की बसों में पैसेंजर्स लोड बढ़ गया है।

इन रूटों की बसों में अधिक मारामारी
- कन्नौज, फर्रुखाबाद, कासगंज
- मथुरा, दिल्ली
- रायबरेली, प्रतापगढ़
- हरदोई
- गोरखपुर, वाराणसी
- सुल्तानपुर, चंदौली
- बांदा, हमीरपुर, उरई
- झांसी, आगरा

आंकड़े
- 1 दिसंबर से फरवरी तक कैंसिल 40 से अधिक ट्रेनें
- 2 दर्जन से अधिक ट्रेनों के फेरे कम कर दिए गए
- 30 परसेंट पैसेंजर्स लोड रोडवेज की बसों में इन दिनों बढ़ा है
- 50 हजार के आसपास डेली पैसेंजर्स का आवागमन हो रहा
- 1 हजार से अधिक बसों का डेली आवागमन झकरकटी बस अड्डे में
- 2 से 3 घंटे तक विभिन्न रूटों की बसों के लिए इंतजार करना पड़ रहा

कोट
इन दिनों कानपुर से यूपी के विभिन्न जिलों को जाने वाली रोडवेज बसों में पैसेंजर्स लोड बढ़ा है। इसका मुख्य कारण कोहरे की वजह से ट्रेनों का कैंसिलेशन व मैरिज सीजन है। पैसेंजर्स लोड को देखते हुए विभिन्न रूटों में बसों की संख्या बढ़ाने के लिए मुख्यालय को लेटर भेजा गया है।
केके आर्या, एआरएम, झकरकटी बस अड्डा

- मेरा बिजनेस के सिलसिले की वजह से सप्ताह में दो से तीन बार कानपुर आना जाना है। ट्रेनों के कैंसिलेशन की वजह से अब रोडवेज की बस से आ रहा हूं। संडे शाम झकरकटी बस अड्डे में मुझे तीन घंटे कन्नौज रूट की बस का इंतजार करना पड़ा।
सुमित सिंह
- मेरी जॉब की वजह से मुझे अक्सर मीटिंग के लिए झांसी व आगरा जाना होता है। दिसंबर से ट्रेनों के कैंसिलेशन की वजह से समस्या बढ़ गई है। रोडवेज बस के लिए काफी इंतजार करना पड़ता है। यह समस्या कंट्रोल रूम नंबर में मैने रोडवेज से शेयर की है।
राहुल कुमार
- झकरकटी बस अड्डे में बांदा, चित्रकूट समेत विभिन्न रूटों की बसों के लिए काफी इंतजार करना पड़ता है। इन रूटों में बसों की संख्या बढ़ाने के लिए मैने ट्वीटर के माध्यम से रोडवेज अधिकारियों से आग्रह किया है।
सतीश वर्मा