कानपुर (ब्यूरो)। नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट (एनएसआई) में मंडे से देश के पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आफिसर्स की तीन दिवसीय स्पेशल ट्रेनिंग स्टार्ट हुई। ट्रेनिंग में प्रदूषण नियंत्रण के लिए जिम्मेदार आफिसर्स को शुगर मिल्स से निकलने वाले गन्दे पानी का शोधन कर दोबारा यूज करने वाली टेक्नोलॉजी की जानकारी दी जा रही है। ट्रेनिंग का उद्देश्य टेक्निकल नॉलेज से लैस ऑफिसर्स की मदद से शुगर मिल्स के पॉल्यूटेड पानी को बाहर आने से रोकना है।

30 अधिकारी हिस्सा ले रहे
ट्रेनिंग में यूपी के अलावा महाराष्ट्र, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल व केंद्र समेत कई स्टेट्स के 30 अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं। उद्धाटन भाषण में एनएसआई के डायरेक्टर प्रो। नरेन्द्र मोहन ने कहा कि शुगर और अल्कोहल यूनिट्स को ताजा जल उपयोग और तरल उत्प्रवाह पूरी तरह शून्य करने के लिए तकनीकी उपलब्ध है। इसलिए प्रदूषण नियंत्रण नियमों के तहत उत्पादन इकाइयों को इसे लागू करने के लिए बाध्य किया जाना चाहिए। इस मौके पर डा। सीमा परोहा, अनूप कनौजिया, एसके त्रिवेदी, अशोक गर्ग और वीरेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।