कानपुर (ब्यूरो) रतनपुर कॉलोनी निवासी 40 साल वर्षीय अजय तिवारी उर्फ दीपू राशन दुकान चलाता था। परिवार में पत्नी रंजना व दो बेटे आदित्य और अश्वनी है। फ्राइडे शाम को वह पॉवर हाउस मार्केट से घर लौट रहा था। तभी केसा चौराहे के पास रतनपुर कॉलोनी निवासी दबंग धर्मेंद्र सिंह ने रोक कर शराब पीने के लिए 500 रुपए मांगे, लेकिन दीपू ने रुपए नहीं दिए जिस पर धर्मेंद्र ने धमकी दी कि अंजाम बुरा होगा। जिसके बाद दीपू घर चला गया।
डंडों और लात घूंसों से
देर रात जब दीपू दशहरा मेला देखने पहुंचा तो फिर से धर्मेंद्र सिंह भदौरिया, दीपू भदौरिया, सुनील चतुर्वेदी व तीन चार अज्ञात साथियों के साथ मिलकर शराब के रुपए मांगने लगे। रुपए न देने पर सभी ने दीपू तिवारी को लाठी-डंडों लात घूंसों से उसे जमकर पीटा और मरणासन्न स्थिति में छोड़ कर भाग गए। दशहरा मेला में मौजूद लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस दीपू तिवारी को अस्पताल ले जा रही थी लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
दोनों पक्षों में हुआ विवाद
दीपू तिवारी के पिता शिवाकांत तिवारी की तहरीर पर पनकी पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। वहीं दशहरा मेला देखने आए कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मृतक अजय तिवारी शराब के नशे में गाली-गलौज कर रहा था। जिसे लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ और मामला हाथापाई पर आ गया। अजय तिवारी अकेला होने की वजह से मौके से भागने लगा और आगे जाकर एक बिजली के पोल से टकरा कर गंभीर रूप से घायल हो गया बाद में उसकी मौत हो गई।
&& पिता की तहरीर पर धर्मेंद्र सिंह भदौरिया, दीपू भदौरिया व सुनील चतुर्वेदी के अलावा तीन चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है.&य&य
दधिबल तिवारी, इंस्पेक्टर पनकी