कानपुर(ब्यूरो)। जी 20 मीटिंग से पहले पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिका के प्रेसीडेंट जो बाइडेन एक मीटिंग में भारत और अमेरिका के बीच मजबूत होते एकेडमिक रिलेशंस का वेलकम किया। हाल में ही इसी कड़ी में एक और बड़ा कदम बढ़ाते हुए आईआईटी काउंसिल ने इंडो-यूएस ग्लोबल चैलेंजेज इंस्टीट्यूट की स्थापना के लिए एसोसिएशन ऑफ अमेरिकन यूनिवर्सिटीज (एएयू) के साथ एमओयू पर साइन किए हैं। एमओयू में आईआईटी काउंसिल की ओर से प्रोफेसर अभय करंदीकर और एएयू के अध्यक्ष प्रोफेसर बारबरा स्नाइडर ने साइन किए हैं।
यह काम करेगा इंस्टीट्यूट
यह इंस्टीट्यूट फाइनेंशियल, एनवायरमेंटल और टेक्निकल चेलेंजेज का सॉल्यूशन खोजने का प्रयास करेगा। इंस्टीट्यूट पार्टनर यूनिवर्सिटीज का एक वर्चुअल नेटवर्क होगा। इसके अलावा रिसर्च प्रोग्राम्स को संबोधित करने और उभरती टेक्नोलॉजी, जैसे सस्टेनेबल एनर्जी, एग्रीकल्चर, हेल्थ और पैनडेमिक से निपटने की तैयारी, सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी और निर्माण, एडवांस्ड मैटेरियल्स, टेलीकॉम, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) और क्वांटम साइंस के एरिया में साल्यूशन प्राप्त करने के लिए एक प्लेटफार्म देगा। एक अन्य महत्वपूर्ण पार्टनरशिप में आईआईटी बॉम्बे एक इंटरनेशनल भागीदार के रूप में शिकागो क्वांटम एक्सचेंज में शामिल हो गया है। यह भारत-अमेरिका सहयोग के बेस पर कैटालिस्ट ग्लोबल क्वांटम इकोनॉमिक की साझा दृष्टि को आकार देगा।
मल्टी इंस्टीट्यूशनल ज्वाइंट रिसर्च सेंटर
इंपार्टेंट एंड इमरजिंग टेक्नोलॉजीज में न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी-टंडन और आईआईटी कानपुर एडवांस्ड रिसर्च सेंटर लॉन्च करने के लिए न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी टंडन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग और आईआईटी कानपुर के बीच एक और इंस्टीट्यूशनल पार्टनरशिप को औपचारिक रूप दिया गया है। इसके अतिरिक्त बफ़ेलो में स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क और आईआईटी दिल्ली, कानपुर, जोधपुर और बीएचयू में मल्टी इंस्टीट्यूशनल ज्वाइंट रिसर्च सेंटर स्थापित किए जाएंगे।
इंडस एक्स खोजेगा डिफेंस के सॉल्यूशन
इंडिया अमेरिका डिफेंस एक्सेलेरेशन इकोसिस्टम (इंडस- एक्स) के तहत एकेडमिक-स्टार्टअप पार्टनरशिप की एक पहल इंडियन स्टार्टअप और कई हायर एजूकेशनल इंस्टीट्यूट्स के साथ ज्वाइंट एक्सेलेरेटर प्रोग्राम वर्कशाप के माध्यम से शुरू की गई है। इस पहल का उद्देश्य इंडिया और अमेरिका में पारस्परिक डिफेंस टेक्नोलॉजी के चैलेंजेज के लिए न्यू साल्यूशन डेवलप करने में स्टार्टअप्स को शामिल करना है।