-हैलट में ट्रक से जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर उतरते ही वार्डो में बिना बताए ले गए तीमारदार, डॉक्टर्स में मचा हड़कंप
KANPUR: अपने प्रियजन को कोरोना से जंग में जिताने के लिए तीमारदार बिना बताए वार्डो में ऑक्सीजन सिलेंडर ले गए। दरअसल, हैलट हॉस्पिटल के वार्ड नंबर 15 और 16 में अपनों को सांसों के लिए छटपटाते देखकर तीमारदारों का कलेजा भर आया। ऐसे में उन्होंने ट्रक से उतरे जंबो सिलेंडर बिना बताए वार्ड में ले गए। सिलेंडर ले जाने का पता चलने पर अधिकारियों में खलबली मच गई। आनन फानन सभी वार्ड में पहुंचे, हल्की नाराजगी भी जताई। किसी पिता ने हाथ जोड़े तो कोई बेटा अपनी मां को उखड़ती सांसों पर रहम करने की दुहाई दे रहा था। डॉक्टरों ने उन्हें समझाया, कुछ पेशेंट्स को बेड पर शिफ्ट कराया गया। उन्हें सेंट्रल लाइन से ऑक्सीजन दी गई।
रिफिल होकर कम आ रहे
हैलट अस्पताल में छोटे सिलेंडर की किल्लत बनी हुई है। थर्सडे को 120 छोटे सिलेंडर भेजे गए थे, जिसमें से केवल 80 ही रिफिल होकर आए। फ्राईडे को 126 सिलेंडर भेजे गए, जिसमें से शाम तक एक भी सिलेंडर नहीं आ सका। इधर इमरजेंसी से कोरोना जैसे लक्षणों वाले रोगियों को हैलट के वार्ड नंबर 7, 8, 9, 11, 12, 14, 15, 16 में रखा जा रहा है। कुछ को बेड मिल गए हैं, जबकि कुछ का इलाज स्ट्रेचर पर हो रहा है। इस बीच दोपहर में जंबो सिलेंडर आ गए। कंपनी के कर्मचारियों ने सिलेंडर प्रमुख अधीक्षक कार्यालय के पास रखवा दिए। इसका पता चलने पर तीमारदार आपस में मिलकर सिलेंडर ले गए।
सेंट्रल लाइन से सप्लाई शुरू
सीएमएस डॉ। रीता गुप्ता, कोविड न्यूरो साइंस सेंटर के नोडल अधिकारी प्रो। प्रेम सिंह और अन्य स्टाफ वार्ड में पहुंचा। डॉ। प्रेम सिंह ने बताया कि मेडिसिन विभाग में सेंट्रल लाइन से ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू करा दी गई है। यह दो दिन पहले ही चालू हुआ है। इससे एक साथ कई मरीजों की जरूरत पूरी हो जाएगी। मरीजों को बेड दिला दिए गए हैं। उनको ऑक्सीजन वाले प्वाइंट के पास शिफ्ट कराया गया है।