कानपुर (ब्यूरो) पी रोड के पंडाल में गणपति महाराज मुंबई के एतिहासिक लालबाग के राजा की तरह और लालबंगला में राष्ट्रीय ध्वज के रंग दिखेंगे। इसके अलावा कई पंडालों में गणपति महाराज कोतवाल, शेषनाग, पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए हरियाली रूप में विराजमान होंगे। इसके अलावा घर-घर गणपति महाराज की आराधना वंदन किया जाएगा। गणपति महाराज के आगमन पर भक्तों का उत्साह महाराष्ट्र जैसा प्रतीत होगा। वहीं, घरों में मिट्टी और गोधन के गणपति महाराज बनाकर स्थापित किए जाएंगे। श्रीवत्स योग में गणपति महाराज के निर्माण करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी।

पूरे दिन ढोल-नगाड़ों के बीच
गणेशोत्सव की पूर्व संध्या पर शहर के जीटी रोड, साकेत नगर, बड़ा चौराहा, पी रोड बाजार, फजलगंज, सहित कई स्थानों पर पूरे दिन गणपति महाराज को घर ले जाने का उत्साह देखने को मिला। भक्त ढोल-नगाड़ों के बीच गणपति महाराज को पंडाल और घरों में विराजमान करने के लिए ले गए। मंगलवार को जीटी रोड पर दगडू सेठ की छोटी प्रतिमाएं 300 से लेकर पांच हजार तक रुपये तक में मिलीं। वहीं, बड़ी प्रतिमाओं के मूल्य 20 हजार से भी ऊपर रहेे। भक्त गणपति महाराज के मयूरेश्वर, सिद्धिविनायक, बल्लासेश्वर, वरद विनाय, ङ्क्षचतामणि थेऊर, गिरिजात्मज, विघ्नेश्वर और महागणपति रूप की प्रतिमाएं अपने साथ ले गए।

श्रीवत्स योग में होगा
गणेश महोत्सव का शुभारंभ शुक्ल महायोग और चित्रा नक्षत्र में मनाया जाएगा। गोधन, बालू और मिट्टी से भक्त श्रीवत्स योग में गणपति महाराज का निर्माण करेंगे। पर्यावरण संरक्षण के लिए यह प्रतिमाएं समाज को संदेश देंगी।