कानपुर (ब्यूरो)। तमाम कोशिशों के बावजूद अविरल निर्मल गंगा का सपना पूरा नहीं हो पा रहा है। नालों का गंदा पानी गंगा में गिर रहा है। मंगलवार को पाल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड की टीम ने वाजिदपुर जाजमऊ स्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स में छापा मारा। इस दौरान टीम को यहां स्थित 130, 43 और 5 एमएलडी के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बन्द मिले। सीवेज का पानी सीधे गंगा में गिरता मिला। यही हाल बिनगवां स्थित 210 एमएलडी प्लांट का मिला, जहां गंदा पानी सीधे पांडु नदी में गिराया जा रहा है।

टीम ने किया निरीक्षण

पॉल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड के रीजनल ऑफिसर अमित मिश्र ने टीम के साथ निरीक्षण किया तो 43 व पांच एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बंद मिला। 130 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के कुछ यूनिट्स का संचालन हो रहा था। गंदा पानी सीधे गंगा में डाला जा रहा था। वहां मौजूद ऑफिसर्स ने बताया कि बिल बकाया होने के कारण इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन काट दिया गया है। एनजीटी के स्पष्ट आदेश है कि दूषित पानी गंगा में नहीं जाने दिया जाए। इसलिए बिजली कनेक्शन जोड़ा जाए ताकि प्लांट का संचालन हो सके और गन्दा पानी गंगा में न जाए।

डीएम के हस्तक्षेप के बाद जुड़ा

केस्को के मीडिया प्रभारी श्रीकांत रंगीला ने बताया कि जाजमऊ के वाजिदपुर स्थित एसटीपी प्लांट का 250 करोड़ रुपये से अधिक का इलेक्ट्रिसिटी बिल बकाया था। जिसके चलते बिजली का कनेक्शन काट दिया था। जिसके बाद जनरेटर से प्लांट चलाया जा रहा था। जिसकी जानकारी होने पर आलाधिकारियों के हाथ पाव फूल गए थे। डीएम विशाख जी ने हस्तक्षेप कर केस्को को जल्द बिजली का बिल जमा करने का आश्वासन दिया। तब मंडे देर रात 10 बजे के बाद केस्को ने सीवेेज प्लांट का बिजली का कनेक्शन जोड़ा है। प्रोजेक्ट मैनेजर विशाल ङ्क्षसह ने बताया कि केस्को को जल्द ही बकाया बिल पेमेंट का आश्वासन दिया गया है। जिसके बाद बिजली का कनेक्शन जोड़ा जाने के बाद प्लांट चल रहा है।