कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर-लखनऊ रूट पर मेमू की तरह जल्द ही इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री यानि आईसीएफ कोच वाली थ्री फेज लोकल ट्रेनें चलाई जाएंगी। लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से लैस इन ट्रेनों में आरामदायक सीटें, सीसीटीवी कैमरे के साथ ही टॉयलेट भी होंगे। हर कोच में दो टॉयलेट बनाए गए हैं। खास बात यह है कि इन ट्रेनों की मैक्सिमम स्पीड 60 किमी प्रति है। जिससे कानपुर-लखनऊ का सफर कम समय में तय हो सकेगा। रेलवे ने अभी फिलहाल दो जोड़ी ट्र्रेनें चलाने का फैसला लिया है। बताते चलें कि वर्तमान में मेमू ट्रेनों में टायलेट न होने की वजह से पैसेंजर्स को समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
आरामदायक सीट के साथ सीसीटीवी कैमरे भी
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि आईसीएफ कोच से लैस थ्री फेज लोकल ट्रेन में मेमू ट्रेन की अपेक्षा पैसेंजर्स के बैठने की सीट ज्यादा कंफर्टेबल हंै। इसके अलावा पैसेंसर्ज की सेफ्टी को लेकर कोच में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। पायलट केबिन में बने कंट्रोल रूम से निगरानी की जाएगी। ट्रेन का पायलट सभी कोच का लाइव फुटेज देख सकेगा। जिससे ट्रेनों में अपराधिक घटनाओं में भी कमी आएगी।
दो जोड़ी ट्रेन दौड़ेंगी
गौरतलब है कि कोरोना के पहले तक कानपुर से लखनऊ के बीच में छह मेमू ट्रेनों का संचालन हुआ करता था। कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन में ट्रेनों का संचालन पूर्ण रूप से बंद हो गया था। लॉकडाउन खुलने के बाद ट्रेनों का संचालन स्पेशल ट्रेनों के रूप में कुछ दिनों तक किया गया। धीरे-धीरे सभी रूट की ट्रेनों का संचालन सामान्य हो गया लेकिन कानपुर-लखनऊ रूट में संचालित होने वाली मेमू ट्रेनों का संचालन सामान्य नहीं हुआ। वर्तमान में रूट में सिर्फ दो मेमू ट्रेनों का संचालन हो रहा है। पैसेंजर्स की डिमांड पर अब रेलवे इस रूट में नई थ्री फेज लोकल ट्रेनों का संचालन करने की तैयारी कर रहा है।
क्या है खासियत
- आरामदायक सीटें
- सीसीटीवी कैमरे
- टॉयलेट की सुविधा
- सीटों के बीच में अधिक स्पेस
- अधिकतम स्पीड 160 किमी प्रति घंटे
- थ्री पॉवर केबिन होने से स्पीड अधिक