बेटे का शव लेने जा रहे पिता

व भाई की एक्सीडेंट में मौत

- खबर सुनकर सदमें आई बहनों ने भी की जान देने की कोशिश, बिठूर एसओ ने महिला कांस्टेबल्स की मदद से पकड़ा

-बांदा निवासी है परिवार, बेटा शारदा नगर में रहकर कर रहा था पढ़ाई, मंडे रात एक्सीडेंट में हो गई थी बेटे की मौत

- खबर सुनकर पिता घरवालों के साथ कार से आ रहे थे कानपुर, रास्ते में कार डंपर में घुसी, पिता व चचेरे भाई की मौत

KANPUR : एक ही दिन में कुदरत ने एक परिवार पर ऐसा कहर ढाया कि सुनने वालों को दिल दहल उठे। बिठूर में मंडे रात पहले अज्ञात वाहन ने साइकिल सवार छात्र को रौंद दिया। खबर सुनकर बांदा से बेटे का शव लेने आ रहे पिता और भाई की भी रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई, जबकि ड्राइवर समेत अन्य रिश्तेदार गंभीर घायल हो गए। उनकी मौत से परिवार में कोहराम मच गया। बेटियां सदमे में चली गई। उनको इलाज के लिए अस्पताल में एडमिट कराया गया। विधायक और इलाकाई सभ्रांत लोगों की मदद से उनका इलाज कराया जा रहा है।

मोबाइल ठीक कराने के लिए

बांदा छोटी बाजार निवासी फूलचंद्र गुप्ता की मिठाई की दुकान थी। उनके तीन बेटियां पूजा, आरती, सीमा और बेटा अनमोल (15) था। फूलचंद्र ने बच्चों को अच्छी एजुकेशन के लिए कानपुर के कॉलेज में एडमिशन कराया था। पूजा शारदा नगर स्थित मकान में भाई अनमोल के साथ किराये पर रहती थी। अनमोल डीएवी कॉलेज में 12वीं का स्टूडेंट था। वहीं, आरती मंधना में किराये पर रहकर बीफार्मा का कोर्स कर रही है। शाम को अनमोल मंधना निवासी बहन आरती के पास जा रहा था। वह मंधना के पास पहुंचा था कि तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उसकी साइकिल में टक्कर मार दी। हादसे में अनमोल की मौत हो गई।

कार रोड पर खड़े डंपर में घुसी

पुलिस ने बहनों को जानकारी दी तो दोनों बेसुध हो गई। पुलिस ने अनमोल के पिता को फोन कर जानकारी दी तो वहां भी कोहराम मच गया। फूलचंद्र बेटे कूक्कू, भतीजे रवि, पड़ोसी अवधेश, हर्षित और संजय के साथ कानपुर के लिए रवाना हो गए। कार संजय चला रहा था। वे चिल्ला के घूरा मोड़ के पास पहुंचे थे कि कार रोड पर खड़े डंपर में घुस गई। हादसे में फूलचंद्र और रवि की मौत हो गई, जबकि अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस ने घायलों को पीएचसी में एडमिट कराकर शवों को पोस्टमार्टम भेज दिया।

बहनों ने जान देने की कोशिश की

जब कानपुर में रह रही दोनों बहनों को पिता और चचेरे भाई की मौत का पता चला तो वे उसको बर्दाश्त नहीं कर पाई। दोनों बहने जान देने के लिए घर से निकल गई। बिठूर एसओ ने महिला कांस्टेबल की मदद से दोनों को पकड़ लिया। दोनों बहनें बेहोश हो गई। पुलिस ने दोनों को अस्पताल में एडमिट कराया। जहां महिला कांस्टेबल को लगाया गया है, ताकि दोनों कोई जानलेवा कदम न उठा सकें। एसओ ने उनके इलाज के लिए अपील की तो विधायक समेत इलाके कई सभ्रांत लोग मदद के लिए आगे आ गए।