कानपुर (ब्यूरो) मजूदरों को टेनरी भेजने वाले ट्रैक्टर ओनर अजय सिंह ने बताया कि थर्सडे शाम को उनके पास सीवर साफ कराने के लिए एक फोन आया था। इस पर उन्होंने ड्राइवर सत्यम के साथ रनियां निवासी सुखबीर गौतम, बिनगवां के सोनू सोनकर और पडऱी लालपुर के सत्यम यादव को ट्रैक्टर से भेजा था। टेनरी पहुंचने पर बताया कि सीवेज की बजाए टेनरी का टैंक साफ होना है। इस पर उन्होंने वापस लौट आने को कहा, पर टेनरी वालों ने जबरन उन्हें सफाई के लिए प्राइमरी इन्फ्यूएंट ट्रीटमेंट प्लांट में उतार दिया। कुछ समय बाद फोन के जरिए हादसे में तीन मजदूरों के घायल होने की जानकारी मिली तो उसने सुखबीर व सोनू के परिवार वालों को रात ही जानकारी दे दी।
गाड़ी के नंबर से खुली हकीकत
हैलट हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन ने थर्सडे रात को स्वरूप नगर पुलिस को सूचना दी कि इको फाइव स्टार गाड़ी से कोई तीन शव इमरजेंसी गेट पर छोड़कर भाग गया है। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज को देखा तो सामने आया कि गाड़ी का नंबर यूपी 78 जीडी 2677 है। यह गाड़ी मोहम्मद आजम पुत्र शौकत अली निवासी कर्नलगंज के नाम दर्ज मिली। पुलिस आजम तक पहुंची। पूछताछ में उन्होंने बताया कि उन्होंने टेनरी में पीईटीपी की सफाई के लिए मजदूरों को बुलाया था। टैंक में जहरीली गैस की चपेट में आकर तीनों मजदूर बेहोश हो गए। तुरन्त ही गाड़ी से सभी को हैलट हॉस्पिटल भिजवाया गया, लेकिन वहां जाकर उनकी मृत्यु होने की जानकारी हुई तो इम्प्लाई डरकर शवों को वहीं छोड़कर भाग गए।
हत्या का मुकदमा दर्ज हो
घटना की जानकारी होते ही तीनों परिवार में कोहराम मच गया। सुबह होते ही तीनों परिवारों के साथ सैंकड़ों लोग पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंच गए। महिलाओं के करुण क्रंदन से कोहराम मच गया। इस दौरान ट्रैक्टर चालक को मुख्य दोषी बताते हुए उसके खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर हैलट के सामने जाम लगा दिया। हालांकि पुलिस ने कुछ ही देर में जाम खुलवा दिया। इसके बाद भी हंगामा हुआ।
फोर्स के साथ पहुंचे अधिकारी
पुलिस के मुताबिक तीनों मृतकों के परिवार वालों ने हत्या का आरोप लगाते हुए ट्रैक्टर मालिक के खिलाफ हत्या और एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं ट्रैक्टर मालिक ने टेनरी मालिक के खिलाफ तहरीर दी है। वहीं हंगामे की सूचना पर एडिशनल डीसीपी पूर्वी बृजेश श्रीवास्तव, एसीपी नजीराबाद संतोष कुमार ङ्क्षसह, एसीपी कर्नलगंज अमरनाथ यादव मौके पर पहुंचे और हंगामा को शांत कराया।