कानपुर(ब्यूरो)। भीतरगांव के बेहटा बुजुर्ग में चार महीने पहले निर्माण कार्य के दौरान मजदूर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया था। दो दिन चले इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम कराए बिना अंतिम संस्कार कर शव को नजीराबाद स्थित ङ्क्षहदू कब्रिस्तान में दफन करवा दिया गया। पत्नी ने ठेकेदार समेत तीन पर हत्या का आरोप लगाते हुए साढ़ थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। जिलाधिकारी की परमिशन से साढ़ पुलिस ने कब्र खुदवाकर शव का अंतिम संस्कार कराया। मौत का कारण स्पष्ट न होने पर बिसरा सुरक्षित रखा गया है।

कंठी में टंकी बना रहा था
मूलरूप से भीतरगांव के बेहटा बुजुर्ग निवासी शिवकांती कई सालों से सचेंडी के उदयपुर गांव में रहती थी। 40 साल के पति सत्यनारायण उर्फ रामबाबू मजदूरी करते थे। परिवार में चार बच्चे करन, काजल, अर्जुन और बबलू हैं। शिवकांती ने बताया कि पति सत्यनारायण इटावा के ठेकेदार कृष चौधरी के अंडर में काम करते थे। चार महीने पहले वह साढ़ के कंठीपुर में टंकी के निर्माण का कार्य कर रहे थे। इस दौरान वह कभी-कभी साइट पर ही रुक जाते थे। नौ जून को छोटे मिस्त्री उर्फ कामता ने फोन से सूचना दी कि सत्यनारायण नौबस्ता के गुरुदेव अस्पताल में भर्ती है।

ठेकेदार पर मारपीट का आरोप
शिवकांती का आरोप है कि जब वह अस्पताल पहुंची तो पति बेसुध थे, आरोप है कि मिस्त्री कामता ने पूछने पर भी कुछ नहीं बताया। आरोप है कि ठेकेदार कृष चौधरी ने उसके पति को मारापीटा जिससे उसके रीढ़ की हड्डी टूट गई। पीडि़ता ने मिस्त्री कामता और अस्पताल प्रबंधन पर ठेकेदार के साथ मिलकर पति की हत्या करने का आरोप लगाते हुए साढ़ थाने में तीनों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या में मुकदमा दर्ज कराया। जिलाधिकारी के आदेश पर साढ़ पुलिस ने शुक्रवार को कब्र खुदवाकर शव का पोस्टमार्टम कराया। हालांकि चार माह तक शव गड़ा रहने की वजह से उससे मांस गायब हो चुका था और केवल कंकाल ही बचा था। साढ़ थाना प्रभारी सतीश कुमार राठौर ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट न होने के चलते बिसरा सुरक्षित रखा गया है।