कानपुर (ब्यूरो) केडीए की दिसंबर 2021 तक कि रिपोर्ट की मानें तो केडीए के गठन से अब तक 14 हजार से अधिक अवैध निर्माण चिन्हित किए जा चुके हैं। इनमें से 1900 से अधिक अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। वहीं 11,700 से अधिक अवैध लंबित निर्माण हैं। हालांकि केडीए ऑफिसर्स के मुताबिक सभी अवैध निर्माणों की सीलिंग की जा चुकी है और कम्पाउंडिंग न कराने पर डिमालेशन ऑर्डर जारी किया जा चुका है।

14 हजार से अधिक अवैध निर्माण चिन्हित
1900 से अधिक अवैध निर्माणों पर कार्रवाई
11,700 से अधिक अवैध लंबित निर्माण हैं
40 वर्गमीटर पर तान दीं 6-6 मंजिला इमारत

फायदा उठाकर तन रही बिल्डिंगें
नोएडा का ट्विन टॉवर ग्र्रीन जोन भू प्रयोग पर बना दिया गया। इसके अलावा दो टॉवर के बीच की दूरी आदि मानकों का उल्लंघन किया गया है। वहीं कानपुराइट्स का कहना है कि केडीए एनफोर्समेंट टीम के सुपरवाइजर व इंजीनियर्स की मिलीभगत से सिटी में धड़ल्ले से अवैध निर्माण हो रहे हैं। इनकी मिलीभगत से बगैर नक्शे की बिल्डिंग तानी जा रही हैं। इनमें फायर सेफ्टी के लिए जरूरी सेटबैक तक नहीं छोड़ा जा रहा है, वेंटीलेशन, पार्किंग आदि मानक तो दूर की बात है। 40-40 वर्ग मीटर पर 6-6 मंजिला तक बिल्डिंग बन चुकी हैं।

मल्टीस्टोरी तक तन गई
नई सड़क उपद्रव में एक बिल्डर का नाम सामने आने पर शासन व प्रशासन के दवाब में केडीए की एनफोर्समेंट टीम को उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ा। पुलिस ने हाजी वसी की चमनगंज, बेकनगंज, जाजमऊ, सीसामऊ, गुमटी, दर्शनपुरवा आदि इलाकों में दर्जनों बिल्डिंग्स की जानकारी दी। जब केडीए टीम ने जांच की तो ज्यादातर जगहों पर मल्टीस्टोरी तनी मिली और बिल्डिंग बन रही थीं।

हाजी की बिल्डिंग पर बुलडोजर
जांच में सामने आया कि अधिकतर बिल्डिंग के मैप ही पास नहीं थे। कई जगह यूनिट हाउस के रूप में पास मैप पर मल्टोस्टोरी बनाई गई है। अब तक कानपुर कमिश्नरेट के जेसीपी आनन्दप्रकाश तिवारी व केडीए सेक्रेटरी शत्रोहन वैश्य की अगुवाई में टीम ने बेनाझाबर में हाजी वसी के एक रिश्तेदार की बिल्डिंग पर बुलडोजर चलाया। वहीं उसकी कई और बिल्डिंग पर बुलडोजर चलाने की तैयारी हो रही है। लेकिन सवाल यहां भी वही है कि जिन अधिकारियों के संरक्षण में अवैध इमारतें तानी जा रहीं हैं उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है।