-हर 3 साल में करानी होती है प्रत्येक ऑक्सीजन सिलेंडर की जांच

-तेज हाइड्रोलिक प्रेशर से जांच के बाद सिलेंडर की होती है ग्रेडिंग

- कई बड़ी कंपनियां सिलेंडर की जांच कर करती हैं सर्टिफाइड

KANPUR: कोरोना संक्रमण के चलते सबसे ज्यादा डिमांड ऑक्सीजन सिलेंडर की है। अपनों की जान बचाने के लिए सिलेंडर और फिर इसमें ऑक्सीजन भरवाने के लिए लोग दिन-रात एक कर रहे हैं। इस आपाधापी और जल्दबाजी के बीच थोड़ी सावधानी बरतने की भी जरूरत है। जिससे फिर इस तरह का कोई हादसा न हो। क्योंकि शहर में बिना जांच के सालों पुराने ऑक्सीजन सिलेंडर धड़ल्ले से यूज हो रहे हैं। ये पता नहीं चलता है कौन सा सिलेंडर डैमेज हो चुका है या उसमें कोई दिक्कत है। इसलिए सिलेंडर खरीदते, लाते-ले जाते और उसे भरवाते वक्त भी कई सावधानियों की जरूरत होती है।

ज्यादातर सिलेंडर बिना जांच

शहर में ज्यादातर गैस एजेंसी सप्लायर में बिना मानक सिलेंडर का यूज हो रहा है। सोर्सेज के मुताबिक सिलेंडर की जांच कई बड़ी कंपनियां करती हैं और सर्टिफाइड करती हैं। लेकिन फायर सेफ्टी डिपार्टमेंट जांच के बाद ही नियमों को लेकर जागता है। ऑक्सीजन सिलेंडर गोल होने के साथ ही डबल लेयर के बने होते हैं। अंदर की मोटी लेयर में ऑक्सीजन होती है और बाहरी लेयर भी काफी मोटी होती है। दोनों लेयर के बीच एक वैक्यूम बना दिया जाता है, जिससे सिलेंडर में टेम्परेचर में बढ़ोत्तरी न हो।

3 साल में करानी होती है जांच

सभी ऑक्सीजन सिलेंडर पर छोटा सा कोड-वर्ड होता है। कोड में ए, बी, सी और डी के साथ ईयर भी लिखा जाता है। ए मतलब जनवरी से मार्च, बी मतलब अप्रैल से जून, सी मतलब जुलाई से सितंबर और डी मतलब अक्टूबर से दिसंबर होता है। इससे पता चलता है कि ऑक्सीजन सिलेंडर की जांच कब की गई थी। जांच को हर 3 साल में कराना कंपल्सरी हाेता है।

हाइड्रोलिक प्रेशर से सिलेंडर डैमेज

आमतौर पर ऑक्सीजन सिलेंडर जल्दी फटता नहीं है। लेकिन, जो हादसा हुआ उससे साफ है कि सिलेंडर पुराना हो चुका था। प्रथम दृष्टया पुलिस भी इस बात से इंकार नहीं कर रही है। बिना हाइड्रो टेस्ट कराए उसकी रीफिलिंग कर दी गई होगी। टेस्ट के दौरान हाइड्रोलिक प्रेशर से खराब सिलेंडर क्रेक हो जाता है या फिर वह बॉडी डैमेज कर देता है।

ये सावधानियां बरतना जरूरी

-डैमेज ऑक्सीजन सिलेंडर का यूज बिल्कुल न करें

-नोजल खोलते समय बेहद सावधानी बरतें

-भरा सिलेंडर उठाते-रखते समय उसे पटकें नहीं

-सिलेंडर यूज करते समय लीकेज की जांच जरूर करें

मुझे तो हादसे के बारे में कोई कॉल नहीं आया, अन्य माध्यमों से जानकारी हुई। कोरोना के समय में लोगों को ऑक्सीजन की ज्यादा जरूरत है, ऐसे में जांच कैसे कर सकते हैं। कोरोना के बाद ऑक्सीजन सिलेंडर्स की जांच की जाएगी।

-एमपी सिंह, फायर सेफ्टी ऑफिसर