कानपुर ( ब्यूरो) स्विस संस्था आईक्यू एयर ने साल 2021 में विश्व के 117 देशों के 6475 शहरों में स्थापित मानीटरिंग स्टेशंस के एयर क्वॉलिटी डेटा को एनालाइज किया। इसके बाद अब सबसे प्रदूषित शहरों की रैकिंग जारी की है। रैकिंग में कानपुर की स्थिति में सुधार जहां एक ओर थोड़ी राहत देती है वहीं दूसरी ओर कानपुर में पॉल्यूशन को कम करने के लिए लगातार और ज्यादा प्रयास करने की गुंजाइश भी रखती है। क्योकि वल्र्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के प्रदूषण के मानकों के हिसाब से अभी भी कानपुर में प्रदूषण का यह स्तर बेहद खतरनाक माना गया है।

2019 के बाद सबसे कम स्तर
आईक्यू एयर की प्रदूषित शहरों की रैकिंग में 5 साल में दूसरी बार कानपुर में प्रदूषण के स्तर में कमी पाई गई है। इससे पहले साल 2019 में यहां पीएम 2.5 का स्तर 48.5 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर था। जोकि 2020 में बढ़ गया था, लेकिन 2021 में इसमें फिर कमी आई है। लाखों कानपुराइट्स के लिए यह राहत देनी वाली खबर है।

पॉल्यूशन से निपटने को ये इंतजाम किए जा रहे
- डस्ट पॉल्यूशन को कम करने के लिए सड़कों के किनारे पक्के फुटपाथ बन रहे
- स्मॉग से निपटने के लिए मशीनों के जरिए पानी का छिड़काव किया जाता
- कंस्ट्रक्शन के दौरान उडऩे वाली धूल को रोकने के सख्त कदम उठाए जाएं
- कूड़ा जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए सख्ती ओर जुर्माना
- लोकल ट्रांसपोर्ट के लिए सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनोंं को दिया जा रहा बढ़ावा
- पॉल्यूशन मापने के लिए जगह-जगह लगाए गए सेंसर