- आईसीएआई काउंसिल की बैठक में लिया गया फैसला

- फाइनेंशियल फील्ड में आए परिवर्तनों के चलते हो रहा बदलाव

KANPUR: सीए की पढ़ाई के ढांचे में बदलाव होने जा रहा है। फाइनेंशियल फील्ड में लगातार हो रहे बदलाव के बाद सिलेबस को उसी के अकॉर्डिग बदल जाएगा। इस प्रॉसेस में एक साल लग सकता है। इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट आफ इंडिया (आईसीएआई) ने बदलाव की शुरुआत कर दी है। पिछले सप्ताह हुई बैठक में इस पर फैसला लिया गया है। एक कमेटी बनाई गई है जो अप्रैल से काम करने लगेगी। एक साल में नया सिलेबस बनाकर अथॉरिटीज के पास रखेगी। इस दौरान कमेटी के सदस्य आम जनता, प्रोफेसर, छात्र आदि से उनकी राय पूछेंगे।

10 साल में बदलता है सिलेबस

सामान्यतौर पर 10 वर्ष में आईसीएआई सिलेबस में बदलाव करता है लेकिन इधर पिछले कुछ वर्षो से फाइनेंशियल फील्ड में बहुत ज्यादा बदलाव और नियम बदले हैं। इस वजह से आईसीएआई को लग रहा है कि इस बार सिलेबस में जल्दी परिवर्तन किया जाए ताकि सीए की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स को नए नियमों की जानकारी हो सके। इस बार सिलेबस में बदलाव सात से आठ साल के बीच होगा।

रिव्यू ऑफ एजुकेशन

आईसीएआई ने पिछले सप्ताह हुई काउंसिल की बैठक में सिलेबस को बदलने का कार्य शुरू करने को परमिशन दे दी है। इसके लिए कमेटी फॉर रिव्यू ऑफ एजुकेशन एंड ट्रे¨नग का गठन किया जाना है। इस कमेटी का गठन अप्रैल में होना है। नए सिलेबस में उन चीजों को हटा दिया जाएगा जिनका नए आर्थिक जगत में नए नियमों की वजह से अब कोई मतलब नहीं रह गया है। इसके साथ ही पिछले कुछ वर्षों में जो नए नियम आए हैं, उन्हें सिलेबस में जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही यह भी देखा जाएगा सिलेबस में कौन सी चीज कितनी जरूरी है। इसके साथ ही इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी को भी सिलेबस में और मजबूत किया जाएगा।

सिलेबस को रिव्यू कर बदलाव का काम शुरू हो गया है। इसमें आम जनता, प्रोफेसरों से राय ली जाएगी। इसके साथ ही कोई भी इसमें अपना सुझाव दे सकता है।

- मनु अग्रवाल, केंद्रीय परिषद सदस्य, आईसीएआई।