कानपुर (ब्यूरो) आरोपियों ने बताया कि वे मंदिर और म्यूजियम में चोरी करते हैैं। 2012 में मध्य प्रदेश के रीवा के महाराजा मार्तण्ड सिंह के फोर्ट म्यूजियम में डकैती डालकर एक व्यक्ति की हत्या कर पौराणिक मूर्तियां चोरी की थीं। 2017 में अन्नपूर्णा मंदिर तिर्वा और दौलतेश्वर धाम मंदिर तिर्वा में भी चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपियों के खिलाफ कन्नौज, मध्य प्रदेश, तिर्वा और कानपुर में 26 मुकदमे दर्ज हैैं।

सीसीटीवी फुटेज में कैद
पकड़े गए शातिरों में कन्नौज के रामनगर ठठिया निवासी कुंवरपाल, राजा, आभूषण गलाने वाले इसी गांव के गणेश कुमार और इंदरगढ़ हसरेना निवासी संदीप कुमार सक्सेना हैैं। 12 जनवरी को मंदिर में हुई इस चोरी की वारदात की धमक शासन तक हुई। सीएम और डिप्टी सीएम ने इस वारदात को जल्द ही पर्दाफाश करने के लिए पुलिस कमिश्नर से कहा था। इस वारदात के खुलासे के लिए क्राइम ब्रांच को लगाया गया था। सीसीटीवी और मैनुअल इनफार्मेशन समेत बीटीएस से पुलिस को कुछ सुराग मिले थे, जिस पर क्राइम ब्रांच काम कर रही थी।

रेकी के बाद दिया अंजाम
आरोपियों की गिरफ्तारी गंगापुल जाने वाले पुल से पहले हुई। वारदात का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदण्ड ने 50 हजार का इनाम दिया है और फरार आरोपी फहीम पर 50 हजार का ईनाम घोषित किया है। पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वे बाइक से आए थे और रेकी करने के बाद वारदात को अंजाम दिया था। उन्हेें सीसीटीवी लगे होने की जानकारी नहीं थी। वारदात को अंजाम देकर वे अपने गांव चले गए थे, जहां चोरी में मिले आभूषण गांव के दोनों सुनारों को देकर गलवा दिए।

चोरी में पकड़े गए चारों लोगों को जेल भेजा जा रहा है। पकड़े गए शातिरों में कुंवरपाल की क्रिमिनल हिस्ट्री बड़ी है। अन्य वारदातों की जानकारी की जा रही है।
आनंद प्रकाश तिवारी, जेसीपी कानपुर कमिश्नरेट