कानपुर (ब्यूरो)। लाखों कानपुराइट््स के लिए अच्छी खबर है। कानपुर से लखनऊ व कानपुर से दिल्ली रूट के लिए नई वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनों के संचालन का रास्ता साफ हो गया है। रिवर्स काशी वंदेभारत, अयोध्या वंदेभारत एक्सप्रेस के बाद इसी साल कानपुर व वाया कानपुर चार से पांच वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन विभिन्न रूटों में शुरू हो जाएगा। इन ट्रेनों को खड़ा करने व मेंटीनेंस करने के लिए सीओडी स्थित न्यू कोचिंग कॉम्प्लेक्स में 100 करोड़ की लागत से वंदेभारत कोच यार्ड बनाया जाएगा। रेलवे बोर्ड की ओर से प्रोजेक्ट को ग्रीन सिग्नल मिल गया है।
वाया कानपुर चल रहीं तीन ट्रेनें
बता दें कि देश की पहली वंदेभारत एक्सप्रेस पांस चाल पहले नई दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लिए वाया कानपुर चलाई गई थी। इसके बाद दो और वंदे भारत एक्सप्रेस वाया कानपुर शुरू हो चुकी हैं। वहीं दो वर्ष पूर्व तत्कालीन रेलमंत्री ने कानपुर-लखनऊ के बीच वंदेभारत एक्सप्रेस का संचालन मुम्बई की लोकल ट्रेनों की तरह करने की घोषणा की थी। कानपुर में वंदेभारत एक्सप्रेस कोचों का यार्ड बनने से कानपुर-लखनऊ व दिल्ली समेत विभिन्न रूटों में नई वंदेभारत ट्रेनों का संचालन करने का रास्ता भी साफ हो गया। यार्ड बनने से रेलवे को नई वंदेभारत ट्रेनों का संचालन करने में किसी प्रकार की समस्या फेस नहीं करनी पड़ेगी।
कोच खड़ा करने को नहीं था यार्ड
प्रयागराज डिवीजन के डीआरएम हिमांशु बडोनी ने बताया कि प्रयागराज में 200 करोड़ से तो कानपुर में न्यू कोचिंग कॉम्प्लेक्स में 100 करोड़ की लागत से वंदेभारत ट्रेन का कोच यार्ड बनाया जाएगा। इसको धरातल में उतारने के लिए तेजी से काम चल रहा है। वर्तमान में कानपुर से वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन करना मुश्किल था। क्योंकि यहां पर वंदेभारत ट्रेन का न तो मेंटीनेंस यार्ड था और न ही रैक खड़ा करने के लिए सुरक्षित स्थान। यार्ड बनने से नई ट्रेनों का संचालन कानपुर से होने की उम्मीद कई गुना बढ़ गई है।
30 से 50 परसेंट लोड कानपुर से
रेलवे आफिसर्स के मुताबिक, इंडस्ट्रियल सिटी होने के कारण कानपुर से वीआईपी ट्रेनों में जर्नी करने वाले पैसेंजर्स की संख्या अच्छी खासी है। यही कारण है कि रिवर्स, स्वर्ण शताब्दी के अलावा वंदेभारत जैसी वीआईपी ट्रेनें हमेशा पैक रहती हैं। लखनऊ-दिल्ली शताब्दी, लखनऊ-दिल्ली तेजस व वाराणसी-दिल्ली वाया कानपुर वंदेभारत एक्सप्रेस में 30 से 50 परसेंट पैसेंजर लोड कानपुर से मिलता है।
यूथ को मिलेगी जॉब
रेलवे ने कानपुर में जहां एनसीआर रीजन का एकलौता मेमू शेड करोड़ों की लागत से बनाया है। जिससे बड़ी संख्या में कानपुराइट्स के यूथ को जॉब मिला है। वहीं कानपुर में वंदेभारत कोचों का यार्ड बनने से सैकड़ों युवाओं को जॉब हासिल होगा। कानपुर में वंदेभारत कोच यार्ड बनने से एक तरफ कानपुराइट्स को विभिन्न रूटों में वंदेभारत एक्सप्रेस जैसी सेमी हाईस्पीड ट्रेनों में सफर कर सकेंगे।